मंडल स्तरीय अधिकारी माह में दो बार जनपद स्तरीय अधिकारी के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करें – आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय
- विकासखंड स्तर कार्यालयों का निरीक्षण व बैठक के लिए मंडलीय अधिकारियों को ब्लॉक आवंटित किये जाएंगे
पौड़ी : आयुक्त गढ़वाल मण्डल/सचिव मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार विनय शंकर पाण्डेय ने मण्डल मुख्यालय सभागार पौड़ी में विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर मण्डलीय अधिकारियों की बैठक ली। अपर आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पौड़ी द्वारा बैठक में प्रतिभाग नहीं करने पर आयुक्त गढ़वाल ने संबंधित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया है। कहा कि मण्डल स्तरीय अधिकारी शासन स्तर की प्रत्येक बैठक में मण्डल मुख्यालय से वीसी से प्रतिभाग करेंगे अन्यथा की स्थिति में संबंधित विभाग के सचिवों को मण्डल कार्यालय से अनुमति हेतु पत्राचार करना अनिवार्य होगा।
गुरुवार को मण्डल मुख्यालय पौड़ी में आयोजित विकास कार्यो की समीक्षा बैठक में आयुक्त गढ़वाल ने मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सभी मण्डलीय अधिकारी शासन स्तर की प्रत्येक बैठक में पौड़ी में बैठकर वी0वी के माध्यम से प्रतिभाग करेंगे विशेष परिस्थितियों में यदि भौतिक रुप से उपस्थिति अनिवार्य हो तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित विभाग के सचिव को कार्यालय आयुक्त गढ़वाल को अनिवार्य रुप से अनुरोध पत्र देना होगा। बैठक में उपस्थित अधिकांश मण्डलीय अधिकारियों द्वारा विकास कार्यो की प्रगति को लेकर स्पष्ट आंकडे व जानकारी के अभाव को देखते हुए आयुक्त गढ़वाल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि आगामी बैठकों में स्पष्ट जानकारी व पूरी तैयारियों के साथ बैठक में प्रतिभाग करें।
आयुक्त गढ़वाल ने विभागवार समीक्षा करते हुए ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि रूद्रप्रयाग में रैतोली में निर्माणाधीन आरसेटी भवन, जिला मुख्यालय पौड़ी में परिवहन कार्यालय के समीप पार्किंग, पौड़ी के थलीसैंण में राजकीय इंटर कॉलेज चौंरा का भवन निर्माण, गोपेश्वर नैग्वाड़ कोर्ट का बैंटमिंटन हॉल, चमोली के गोविंदघाट में मल्टी स्टोरी पार्किंग की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में उपलब्ध कराएं। पेयजल निगम के हरिद्वार स्थित नगला खेताब, सुलतानपुर अदमपुर, हकीमपुर, फतवा व भीकामपुर पपिंग पेयजल योजनाओं की प्रगति को लेकर संबंधित विभाग के चीफ द्वारा स्पष्ट जानकारी नहीं दिये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी बैठक में पूरी तैयारी के साथ प्रतिभाग करने के निर्देश दिये। लघु सिचांई विभाग के राज्य सैक्टर योजना के अंतर्गत चमोली, देहरादून व उत्तरकाशी में वित्तीय प्रगति शून्य होना बताया गया जबकि हरिद्वार में 52 लाख के सापेक्ष 05 लाख का व्यय होना बताया गया। जिसपर आयुक्त गढ़वाल ने संबंधित अधिकारी को वस्तुस्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिये हैं। आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग के टिहरी के ग्राम झेलम में 50 शैयायुक्त आयुष चिकित्सालय का भवन निर्माण कार्य में वित्तीय प्रगति 75 प्रतिशत जबकि भौतिक प्रगति 15 प्रतिशत होने पर संबंधित अधिकारी को वस्तुस्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिये हैं। मत्स्य विभाग को राज्य सैक्टर में आवंटित धनराशि के सापेक्ष न्यून प्रगति को बढ़ाने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा सभी मण्डल स्तरीय अधिकारियों को गढ़वाल मण्डल के विकासखण्ड आवंटित किये जा रहे है, अधिकारी आवंटित विकासखण्डों में जाकर सभी विभागों के विकास कार्यो व विकासखण्ड स्तरीय कार्यालयों की निरीक्षण आख्या के साथ-साथ मण्डल स्तरीय अधिकारी पखवाडेवार विभागीय कार्यो की समीक्षा करते हुए प्रगति रिर्पोट प्रस्तुत करेंगे।
बैठक में जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, वन संरक्षक गढ़वाल आकाश कुमार वर्मा, अपर आयुक्त नरेंद्र क्वीरियाल, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, स्वास्थ्य निदेशक गढ़वाल मंडल डॉ. शिखा जनपांगी, संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. रतन कुमार, उप निदेशक मत्स्य प्रमोद कुमार, मुख्य अभियंता पेयजल निगम अनुपम रतन, एसई ग्रामीण निर्माण मनीष मित्तल, अधिक्षण अभियंता जल संस्थान प्रवीण सैनी, अपर जिला सहकारी अधिकारी केशव प्रसाद, आरटीओ द्वारिका प्रसाद सहित अन्य मंडलीय व जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।