गणतन्त्र दिवस पर युवा कवि विक्रमादित्य की कविता “प्राणो से भी हमको प्यारा, अमर रहे गणतंत्र हमारा”
प्राणो से भी हमको प्यारा अमर रहे गणतंत्र हमारा सींचा इसको अपने लहू से कितने ही बलिदानो ने संघर्षो से मुक्त कराया कितने इसके दीवानो ने देशभक्तों को सदा रहेगा …