Saturday, November 16th 2024

उत्तराखंड : नाबालिग से गैंगरेप मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार

उत्तराखंड : नाबालिग से गैंगरेप मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार

देहरादून। ISBT में रोडवेज बस में नाबालिग से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। बलात्कार के तीन आरोपी हरिद्वार , एक देहरादून व एक उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के निवासी हैं। 12-13 अगस्त की रात नाबालिग बालिका के साथ दिल्ली से देहरादून आई बस में दुष्कर्म होने की बात सामने आई। दून पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद घटना में प्रयुक्त बस को कब्जे में ले लिया है। बस की फोरेंसिक जांच की जाएगी।

रविवार को एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घटना में शामिल सभी पांच संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। कब्जे में ली गई बस से फॉरसिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। गौरतलब है कि बीते 17 अगस्त को प्रतिभा जोशी, सदस्य बाल कल्याण समिति ने थाना पटेल नगर पर लिखित तहरीर दी थी।

तहरीर में कहा गया था कि चाइल्ड लाइन की टीम ने 12-13/08/2024 की देर रात्रि में आईएसबीटी से पंजाब निवासी एक नाबालिग युवती को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति देहरादून के समक्ष पेश किया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय बालिका निकेतन में रखा गया था। बालिका की काउंसलिंग के दौरान उसने बताया कि उसके साथ दिनाँक 12 अगस्त की रात्रि में आईएसबीटी में बस के अंदर अज्ञात व्यक्तियों ने दुष्कर्म किया ।

बाल कल्याण समिति की तहरीर के आधार पर तत्काल थाना पटेल नगर पर मु०अ०सँ० – 517/24 धारा 70(2) BNS तथा 5(g)/6 पॉक्सो अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। एसएसपी ने टीम का गठन कर स्वंय पीड़ित नाबालिग बालिका से मिलकर उससे घटना की जानकारी ली गई।

एसएसपी ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त नाबालिक बालिका 12/13 अगस्त की देर रात्रि में आईएसबीटी में प्लेटफार्म नंबर-12 की बेंच में बैठी थी।गार्ड ने आईएसबीटी में चाइल्ड लाइन डेस्क को लड़की के बारे में बताया। उसने बताया कि उसके मॉ-बाप नही है। चूंकि, मौके पर बालिका सामान्य लग रही थी । उसमें कोई घबराहट नही थी और न ही उसके द्वारा घटना के सम्बंध में कोई जानकारी चाइल्ड लाइन को दी गई थी।

मौके पर किसी प्रकार का सदेंह न होने पर चाइल्ड लाइन ने नाबालिग बालिका को बाल कल्याण गृह भेजा। चूंकि, बालिका सामान्य अवस्था में थी लिहाजा, बाल कल्याण गृह ने उसका सामान्य मेडिकल करवाकर कांउसलिंग की।

सीडब्लूसी द्वारा नाबालिक बालिका की प्रारम्भिक काउंसलिंग में भी नाबालिक बालिका द्वारा अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी। और बताया गया कि वह मुरादाबाद की रहने वाली है। मुरादाबाद से वह पहले दिल्ली गई थी । दिल्ली कश्मीरी गेट से वह बस से देहरादून आयी थी।

जहां उसके साथ कुछ लोगों जबरदस्ती की गई। चूंकि काउसलिंग के दौरान नाबालिक बालिका मानसिक रूप से स्वस्थ प्रतीत नही हो रही थी । और बार-बार अपने बयान बदलकर खुद को कभी मुरादाबाद व कभी पंजाब की रहने वाली बता रही थी।

नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार की घटना सामने आते ही सीडब्लूसी ने थाना पटेलनगर पर घटना के सम्बंध में तहरीर देकर पुलिस को सूचित किया । पुलिस ने अभियोग पंजीकृत करते हुए स्पेशल टीम का गठन किया गया।

पीडिता से तसल्लीपूर्वक पूछताछ के बाद पता चला कि पीडिता के मॉ-बाप जिन्दा है ।

परिजनो से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि नाबालिग बालिका पूर्व में भी कई बार अपने घर से बिना बताये चली गयी थी।और हर बार विभिन्न माध्यमों से सूचना मिलने के बाद पीडिता को घर वापस लाते थे।

हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का नाम/ पता

(1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष

(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष

(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर्ष

(4) राजपाल पुत्र स्व. किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष

(5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व. लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष