देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप में दिया गया प्रशिक्षण

देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप में दिया गया प्रशिक्षण
 
कोटद्वार । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में उत्तराखण्ड सरकार की महत्वाकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत गुरुवार को दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप में  छात्र-छात्राओं को उद्यमिता एवं स्टार्टअप शुरू कर अपना भविष्य संवारने का प्रशिक्षण दिया गया। बूट कैंप का शुभांरभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन तथा संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ किया ।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने बताया कि देवभूमि उद्यमिता योजना के क्रियान्वयन एवं सफल संचालन हेतु महाविद्यालय में उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित किया गया है तथा वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डॉ एसके गुप्ता को नोडल अधिकारी तथा 5 अन्य प्राध्यापको एवं 14 छात्र- छात्राओं को महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र की टीम में सम्मिलित किया गया है। टीम के दो सदस्य डॉ एसके गुप्ता एवं डॉ मुकेश रावत ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद गुजरात में 6 दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट प्रोग्राम में प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय बूट कैंप के पश्चात दिनांक 15 फरवरी से 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम भी महाविद्यालय में आयोजित होगा, जिसमें बूट कैंप में सम्मिलित हुए छात्र-छात्राओं में से 30 छात्र-छात्राओं का चयन करके प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय को इस योजना के अंतर्गत उत्कृष्टता केंद्र बनाने का प्रयास किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना कोटद्वार क्षेत्र के आर्थिक विकास में कारगर सिद्ध होगी तथा महाविद्यालय के साथ-साथ अन्य स्थानीय युवा भी इस योजना से लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर देवभूमि उद्यमिता योजना के महाविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ एसके गुप्ता ने बूट कैंप में आए हुए अतिथियों एवं विषय विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। डॉ एसके गुप्ता ने स्टार्टअप बूट कैंप के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दो दिवसीय बूट कैंप में कोटद्वार क्षेत्र की समस्याओं की पहचान करके उनके समाधान हेतु व्यावसायिक संभावनाओं, आइडिया निर्माण, उद्यमिता एवं स्टार्टअप विकास के माध्यम से रोजगार के अवसरों की संभावनाओं एवं सरकारी योजनाओं तथा फंडिंग के बारे में छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। डॉ गुप्ता ने बताया कि इस बूट कैंप में कोटद्वार स्थित भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय एवं आईएचएमएस इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया । कहा कि कोटद्वार एवं आसपास के क्षेत्र के युवाओं को उद्यमिता, स्टार्टअप, कौशल विकास तथा स्वरोजगार हेतु जागरूक एवं प्रोत्साहित करने हेतु यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।