एसडीएम राजकुमार पांडेय ने पीएमजीएसवाई की सड़क अपग्रेडेशन कार्य का किया निरीक्षण, मिली ये खामियां …….
निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को 15 दिन के अंदर गुणवत्ता के साथ पूरा करने के दिए निर्देश
गोपेश्वर (चमोली)। उप जिलाधिकारी चमोली राजकुमार पांडेय ने गुरूवार को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चमोली-रांगतोली-हरमनी-लासी मोटर मार्ग पर चल रहे अपग्रेडेशन कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क मोडों पर गुणवत्ता से हॉटमिक्स कार्य न होने, सड़क किनारे नाली और दीवाल निर्माण कार्य न होने और दो स्थानों पर कॉजवे क्षतिग्रस्त पाए गए। उप जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि निरीक्षण में सामने आई खामियों को 15 दिनों के भीतर ठीक करना सुनिश्चित करें और अपग्रेडेशन कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
चमोली-रांगतोली-हरमनी-लासी मोटर मार्ग के किलोमीटर चार में हॉट मिक्स कार्य मानक के अनुरूप न किए जाने शिकायत को लेकर सोशल मीडिया पर शिकायतकर्ता ने वीडियो प्रसारित की गई थी। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने शिकायत के निस्तारण को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में समिति गठित कर स्थलीय निरीक्षण करने के आदेश जारी किए गए थे। जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को समिति ने मोटर का संयुक्त निरीक्षण किया। किलोमीटर चार में शिकायतकर्ता के साथ जांच करने पर प्रचारित वीडियो गलत पाया गया। पीएमजीएसवाई के अपर सहायक अभियंता ने बताया कि प्रचारित वीडियो पेटिंग कार्य से पहले का बनाया गया है। मौके पर शिकायतकर्ता से भी इसकी पुष्टि की गई है। किलोमीटर चार में पेटिंग कार्य की गुणवत्ता सही पाई गई।
सड़क मार्ग के निरीक्षण के दौरान किलोमीटर चार से आगे तथा सोबिना तोक पर निर्माणाधीन स्कवर का आधा भाग क्षतिग्रस्त पाया गया। पीएमजीएसवाई के अधिकारी ने बताया कि स्कवर का दोबारा बनवाया जा रहा है। किलोमीटर चार पर मार्ग के खड्ड में वर्ष 2013 की आपदा से मार्ग क्षतिग्रस्त हो रखा है। जिसे अधूरा छोड दिया गया है। किलोमीटर पांच एवं एचपी बैंड पर मार्ग की चौड़ाई ठीक मिली, परंतु रांगतोली तोक में एक स्थान पर मार्ग की चौड़ाई मानक 3.75 मीटर से कम पाई गई। सड़क मार्ग पर हाटमिक्स के बाद कई अन्य स्थानों पर सीलकोट डाला गया है। रांगतोली से आगे किलोमीटर सात में भूधसाव प्रभावित क्षेत्र है, जिसमें दो स्कवर और सड़क की दीवाल क्षतिग्रस्त है। पीएमजीएसवाई के अपर सहायक अभियंता ने बताया कि भू-धसाव प्रभावित इस क्षेत्र का जियोलॉजिकल सर्वे कराया जा चुका है और भूधसाव क्षेत्र के ट्रीटमेंट के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। सड़क मार्ग पर कच्ची नाली बनाई जा रही है, लेकिन आबादी वाले स्थानों पर अभी पक्की नाली का निर्माण नही किया गया है। सड़क पर अपग्रेडेशन का कार्य अभी जारी है। उप जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि निरीक्षण में जो भी कमियां सामने आई है उनका 15 दिनों के भीतर संबंधित ठेकेदार से निराकरण कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान ग्रामीण निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एलपी भट्ट, तहसीलदार राकेश देवली, पीएमजीएसवाई के अपर सहायक अभियंता कुसुम लता तिवारी, कनिष्ठ अभियंता विवेक कुमार सहित शिकायतकर्ता एवं स्थानीय लोग मौजूद थे।