Saturday, September 20th 2025

डीएम व एसपी ग्राउंड जीरों पर डटकर प्रभावितों को बंधा रहे ढांढस

डीएम व एसपी ग्राउंड जीरों पर डटकर प्रभावितों को बंधा रहे ढांढस

गोपेश्वर। नंदानगर क्षेत्र में आपदा के बाद सड़क और पैदल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए है बावजूद इसके चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार आपदा प्रभावितों के पास पहुंच कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा देते हुए ढांढस बंधाते हुए नजर आ रहे है। डीएम तिवारी और एसपी पंवार ने शनिवार को नंदानगर के धुर्मा, मोख, कुंडी, आपदा प्रभावित गांवों का दौरा किया। सड़क बाधित होने के बावजूद दोनों अधिकारी दुर्गम रास्तों से होकर प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से बिजली, पानी और राशन के उपलब्धता की जानकारी ली। ग्रामीणों की ओर से बताया गया की प्रशासन की ओर से गावों में लगातार राहत सामग्री भेजी जा रहीं हैं। पेयजल और बिजली की भी वैकल्पिक व्यवस्था सुचारु हो गई है। एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कार्य कर रही है। इस दौरान डीएम ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर पीड़ितों से मिले अस्पताल में ही उपचाराधीन महेंद्र रावत (44) से उनका हाल जाना।

ग्राम प्रधान धुर्मा पुष्पेंद्र रावत ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देतेह हुए प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी दी। स्थानीय ग्रामीणों ने डीएम से विस्थापित किये जाने की मांग की। इस पर डीएम तिवारी नेएसडीएम चमोली से गांव का भूवैज्ञानिकों से सर्वे कराकर विस्थापन के लिए भूमि चयनित करने को कहा। डीएम ने बताया कि सड़क मार्ग खोलने के लिए ब्लास्टिंग की अनुमति दी गई है लेकिन पूरी तरह वाशआउट हुए मार्ग को सुचारु करने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। धुर्मा क्षेत्र में स्थायी हेलीपैड निर्माण की आवश्यकता को देखते हुए डीएम ने अधिकारियों को जल्द इस पर कार्य करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का स्थलीय आकलन कर आवश्यक व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन आपदा प्रभावित लोगों के साथ पूरी तरह खड़ा है और राहत व पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी प्रत्येक समस्या का समाधान किया जाएगा और किसी को भी असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा हैं। इस दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, एसडीएम आरके पाण्डेय, पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह बिष्ट,पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सैनी, तहसीलदार दीप्ती शिखा एनडीआरएफ मेजर रोहितास व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।