Saturday, November 16th 2024

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय एवं उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने श्री ओंकारेश्वर मंदिर स्थित कोठा भवन जीर्णोद्धार कार्यों का किया निरीक्षण

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय एवं उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने श्री ओंकारेश्वर मंदिर स्थित कोठा भवन जीर्णोद्धार कार्यों का किया निरीक्षण
 
उखीमठ/ रुद्रप्रयाग : श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय एवं उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने आज शनिवार प्रात: को पंच केदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमख स्थित कोठा भवन जीर्णोद्धार एवं पुनर्निमाण कार्यों का निरीक्षण किया। उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप के जीर्णोद्धार कार्य हेतु अविलंब  कार्ययोजना बनाने सहित  जीर्णोद्धार कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि बीकेटीसी  ने जीर्णशीर्ण हो चुके मंदिर- धर्मशालाओं के  जीर्णोंद्धार तथा पुनर्निमाण की पहल की। श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में जर्जर हो चुके कोठा भवन तथा उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप तथा अस्त व्यस्त पड़े परिसर को नया स्वरूप दिये जाने हेतु कार्ययोजना को धरातल पर उतारा। कार्ययोजना के तहत प्रथम फेज में भोग मंडी, भंडार गृह, कीर्तन हाल का निर्माण कार्य चल रहा है। द्वितीय चरण में पौराणिक उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप का जीर्णौद्धार प्रस्तावित है तीसरे चरण में पार्किंग, यात्री सुविधाएं तथा सड़क संपर्क मार्ग का कार्य किया जाना है।
इससे पहले श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के द्वारा तृतीय केदार तुंगनाथ सहित श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी की शीर्ष छतरी का जीर्णोद्धार कार्य कराया गया जोकि पूर्ण हो चुका है। श्री केदारनाथ धाम में आवासीय भवनों तथा भोग मंडी, पुजारी निवास, कर्मचारी निवास कार्य प्रगति पर है। मास्टर प्लान के फलस्वरूप श्री बदरीनाथ में धाम में कर्मचारी- पुजारी निवास, कार्यालय के निर्माण कार्यों में तेजी लायी जा रही है ताकि यात्रा पूर्व व्यवस्थायें सुदृढ़ हो सकेगी। इसके अलावा निष्प्रयोज्य हो चुके विश्राम गृह भवनों का पुनर्निमाण तथा जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है। आज श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में निर्माण कार्यों के निरीक्षण के दौरान बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य वीरेंद्र असवाल, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण,अवर अभियंता गिरीश रावत, विपिन कुमार, कुलदीप धर्म्वाण तथा निर्माण कार्यों से जुड़े आर्किटैक्ट  आदि मौजूद रहे।