Thursday, September 4th 2025

एक दुर्लभ रिवर्स ट्रैप मामले में, सीबीआई ने जीएसटी अधीक्षक को 22 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने और देने के आरोप में 02 व्यक्तियों को पकड़ा

एक दुर्लभ रिवर्स ट्रैप मामले में, सीबीआई ने जीएसटी अधीक्षक को 22 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने और देने के आरोप में 02 व्यक्तियों को पकड़ा

नई दिल्ली : रिवर्स ट्रैप के एक दुर्लभ मामले में, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जीएसटी आसूचना में अधीक्षक को 22 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने और देने के आरोप में दो निजी व्यक्तियों को पकड़ा है। जीएसटी आसूचना निदेशालय के एक जीएसटी आसूचना अधीक्षक ने सत्यनिष्ठा का एक सराहनीय कार्य करते हुए, सीबीआई के एक ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके परिणामस्वरूप रिश्वतखोरी के आरोप में दो निजी व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई।

कई ऑनलाइन कंपनियों द्वारा कथित कर अपवंचन (चोरी) की जाँच कर रहे इस अधिकारी से रिश्वत के बदले फर्मों को लाभ पहुँचाने के लिए संपर्क किया गया था। उच्चतम पेशेवर और नैतिक मानकों का पालन करते हुए, अधिकारी ने तुरंत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद सीबीआई ने एक “रिवर्स ट्रैप” बिछाया, जो अपराधियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध ऑपरेशन था। इस अभियान के दौरान दो निजी व्यक्तियों को सफलतापूर्वक पकड़ा गया, जो शिकायतकर्ता अधिकारी को रिश्वत की पेशकश और भुगतान कर रहे थे।

गिरफ्तारियों के बाद, सीबीआई ने आरोपियों से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है। इन तलाशियों से रिश्वतखोरी के प्रयास और अंतर्निहित कर अपवंचन (चोरी) दोनों से संबंधित और सबूत मिलने की उम्मीद है। यह सफल अभियान भ्रष्टाचार से निपटने में ईमानदार लोक सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। लोक सेवकों की अपने कर्तव्य के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता भ्रष्ट आचरण के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।