उत्तराखंड : शांत नहीं हो रही मंदाकिनी, सेना का बनाया अस्थाई पुल बहा, पैदल रेस्क्यू पर संकट
सोनप्रयाग: केदारनाथ मार्ग में आई आपदा के बाद से लगातार मार्ग और धाम में विभिन्न जगहों पर फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है। इसमें सेना भी मदद में जुटी हुई है। सेना ने सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी पर पैदल पुल बनाया था, जो लगातार भारी बारिश के बाद आए उफान में बह गया है।
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए जो पैदल पुल तैयार किया गया था, वह लगातार भारी बारिश के कारण बह गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि 210 लोगों का पैदल मार्ग रेस्क्यू किया जा रहा है। लेकिन पुल बहने से अब समस्या खड़ी हो गई है।
केदारनाथ धाम में मौसम खराब है। विजिबिलिटी बाधित होने के चलते हेली सेवाओं से अब तक रेस्क्यू शुरू नहीं किया जा सका है। वहीं, विपरीत परिस्थितियों के बीच पैदल मार्ग से रेस्क्यू अभियान जारी है। आज केदारनाथ से 231 लोगों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचा दिया है।
वहीं, 516 लोग जंगलचट्टी पहुंच गए। केदारनाथ धाम में अब भी डेढ़ हजार से अधिक लोग मौजूद हैं, जिसमें कुछ यात्री शामिल हैं। वहीं, अब तक 12 हजार यात्रियों को निकाला गया है। पहले चरण में 231 लोगों को केदारनाथ से छानी कैंप पहुंचने के बाद रेस्क्यू दल के जवानों ने भूस्खलन प्रभावित लिंचोली से गौरीकुंड पहुंचाया।
यहां से इन लोगों को हाईवे के सहारे सोनप्रयाग भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र तक भेजा गया, जहां पर मंदाकिनी नदी में सेना द्वारा बनाई गई अस्थायी पुलिया से सभी को बाजार तक सुरक्षित लाया गया। विभिन्न स्थानों पर पीडब्लूडी की टीम की निगरानी में पैदल यात्रा मार्गों का निर्माण शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाशआउट एरिया एवं अन्य क्षतिग्रस्त मार्गों पर कार्य शुरू कर चुके हैं।