श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर में देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत दो दिवसीय बूट कैंप का हुआ शुभारंभ
Jऋषिकेश : श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में दो दिवसीय बूट कैंप का शुभारंभ विश्वविद्यालय के उद्यमिता और इनक्यूबेशन उत्कृष्टता केंद्र की निदेशक प्रोफेसर अनीता तोमर, देवभूमि उद्यमिता योजना प्रोजेक्ट अधिकारी डॉ. सुमित कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर रतुला दास द्वारा, फैकल्टी मैटर प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे, डॉ शालिनी रावत और डॉ गौरव वाष्र्णेय द्वारा किया गया ।
उत्तराखंड सरकार और भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से योजना संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून से आए प्रोजेक्ट अधिकारी डॉ. सुमित कुमार ने छात्र/छात्राओं को स्वयं का स्टार्टअप /उद्यम शुरू करने के लिए विभिन्न बहुमूल्य सुझाव दिए । कई प्रकार की एक्टिविटीज जैसे- बिजनेस मॉडल कैनवस तथा वैल्यू एडेड कैनवस इत्यादि द्वारा युवाओ के आइडिया को परखा गया। इसके साथ ही क्षेत्रीय संसाधनों पर आधारित उनके उद्यमिता कौशल और उद्यमिता के प्रति उनके रुझान का भी पता लगाने का प्रयास किया गया।
इस अवसर उद्यमिता और इनक्यूबेशन उत्कृष्टता केंद्र की निदेशक प्रोफेसर अनीता तोमर, ने बताया कि हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है यह कार्यक्रम छात्र/छात्राओं को वो कौशल, ज्ञान और नेटवर्क प्रदान करेगा जो उनके विचारों को वास्तविकता में बदलने के लिए आवश्यक हैं।आज का युग तेजी से बदल रहा है, और यह आवश्यक है कि हम अपनी शिक्षा और सोच को इस परिवर्तन के साथ तालमेल में लाएं। पारंपरिक नौकरी की खोज से आगे बढ़कर, हमें स्वयं रोजगार और व्यवसाय की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। देवभूमि उद्यमिता योजना इसी विचार को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है। आने वाले दिनों में, हम उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे – व्यावसायिक मॉडल डिजाइन से लेकर वित्तपोषण रणनीतियों तक, बाजार विश्लेषण से लेकर टीम निर्माण तक। लेकिन याद रखें, सफलता सिर्फ ज्ञान में नहीं है; यह इस ज्ञान को लागू करने के साहस में है। उत्तराखंड की इस पावन भूमि पर, जहाँ प्रकृति और संस्कृति का अद्भुत मेल है, हमारे पास एक अनूठा अवसर है। हम ऐसे व्यवसायों का निर्माण कर सकते हैं जो न केवल आर्थिक रूप से व्यवहार्य हों, बल्कि हमारी समृद्ध विरासत और प्राकृतिक संसाधनों के अनुरूप भी हों। प्रोफेसर अनीता तोमर, ने बताया कि इस बूट कैंप की शुरुआत करते हुए, मैं आप सभी से आग्रह करती हूँ कि अपने सपनों को बड़ा सोचें, साहस से काम करें, और हमेशा सीखने के लिए तत्पर रहें। याद रखें, प्रत्येक महान उद्यम एक छोटे से विचार से शुरू होता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके जोशी तथा परिसर निदेशक प्रोफेसर महावीर रावत ने इस कार्यक्रम को युवाओं के लिए अत्यंत उपयोगी बताया ।जो उनके स्वरोजगार में सहायक सिद्ध होगा। प्रोफेसर एन के जोशी ने बताया यह बूट कैंप हमारे राज्य और देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह बूट कैंप – हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में सतत विकास की आवश्यकता और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा निर्धारित दूरदर्शी रोडमैप – इन दोनों लक्ष्यों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी मैटर प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे ने किया और बताया हम सब मिलकर एक ऐसे उत्तराखंड का निर्माण करें जो उद्यमशीलता में अग्रणी हो, जो नवाचार का केंद्र हो, और जो देश के लिए एक आदर्श बने। फैकल्टी मैटर डॉ शालिनी रावत ने धन्यवाद ज्ञापन किया और बताया यह यात्रा चुनौतीपूर्ण होगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि आप सभी में वह दृढ़ संकल्प और जुनून है जो इसे संभव बनाएगा। इस अवसर पर वाणिज्य संकाय की डीन प्रोफेसर कंचन लता सिन्हा, प्रोफेसर हेमलता मिश्रा, प्रोफेसर पूनम पाठक, प्रोफेसर मुक्तिनाथ यादव, प्रोफेसर सती, डॉ. गौरव वार्ष्णेय, डॉक्टर अटल त्रिपाठी, डॉ शिखा, डॉ पवन, संजीव सैनी सहित 200 से अधिक की संख्या में छात्र/ छात्राएं उपस्थित रहे।