सड़क व सुविधा विहीन गांवों से उठती चुनाव बहिष्कार की आवाज, चुनाव लड़ रहे राजनैतिक दलों के लिए बनी गले की फांस
-अब देवाल विकास खंड के पिनाऊ गांव के ग्रामीणों ने भी दी राजनैतिक दलों को गांव में न घूसने की धमकी
देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के पूर्व विधायक स्व. शेर सिंह दानू के गांव पिनाऊ में आजादी के 77 साल बाद भी मोटर सड़क और आपदा में बहे सुबलीगाड के झूला पुल के न बनने को लेकर ग्रामीणों ने भारी नाराजगी है। गांव में बैठक कर लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी प्रत्याशी और कार्यकताओं को गांव में नहीं घुसने देने का निर्णय लिया है।
पिनाऊ गांव देवाल विकास खंड के अंतिम गांव है। स्व. दानू वर्ष 1969 से 1974 तक जनसंघ उत्तर प्रदेश के विधायक रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यालय में अधिकांश क्षेत्र में सड़कों और पुलों का निमार्ण करवाया। लेकिन आज तक पिनाऊ गांव में मोटर सड़क नहीं बन पाई है। गांव में सबसे दूर पोलिंग बूथ तो है, लेकिन मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंची है। आज भी ग्रामीण 10 किलोमीटर पैदल चल कर पीठ पर सामान ढोने को मजबूर हैं। वर्तमान में गांव की जनसंख्या 140 और वोटर की संख्या सौ है।
ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान धर्म सिंह दानू और पूर्व प्रधान उमराव दानू की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें ग्रामीणों ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि पिनाक गांव इस हाईटेक युग में भी अभी तक सड़क नहीं बन पाई है। सड़क को लेकर ग्रामीण लगातार संघर्षरत है। लेकिन अभी तक सड़क को वित्तिय स्वीकृत नहीं होने सरकारों के प्रति रोष जताया है। ग्रामीणों ने कहा कि 2013 की दैविक आपदा से गांव को आवाजाही करने वाला सुबलीगाड में झूला पुल बह गया था 10 वर्ष गुजर जाने के बाद भी झूला पुल नही बने से गधेरा पार करने में दिक्कत आती है। अब तक दो लोग को गधरे को पार करते समय बह गए हैं। लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है। इस लिए ग्रामीणों को मजबूर होकर लोकसभा चुनाव में किसी भी प्रत्याशी और कार्यकर्ता को गांव में नहीं जाने देंगे का ऐलान किया है। इस संबंध का एक ज्ञापन ग्रामीणों ने गुरुवार को उपजिलाधिकारी थराली को दिया है। जिसमें ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
क्या कहते है जनप्रतिनिधि
पूर्व विधायक स्व. शेर सिंह दानू की स्मृति में लोहाजंग में वर्ष 2016 से पांच दिवसीय सांस्कृतिक औद्योगिक पर्यटन विकास मेला लगाया जाता है। मेले के माध्यम से लगातार धूराधारकोट-वांक पिनाऊ 23 किलोमीटर सड़क की मांग उठाते हैं। इस सड़क के बनने पर 10 गांव लाभ मिलेगा।
इन्द्र सिंह राणा अध्यक्ष मेला कमेटी लोहाजंग।
मुख्यमंत्रियों की दो बार की घोषणा के बाद भी अभी सड़क नहीं बन पाई है, जबकि सड़क की सर्वे हुई है। मोटर सड़क तो दूर गांव जाने के लिए पैदल रास्ता खस्ताहाल है। गर्भवती महिलाओं और मरीजों को 10 किलोमीटर पैदल डंडी से मोटर सड़क तक लाना पड़ता है। सुबलीगाड में भी पुल नहीं बना है।
धर्म सिंह दानू ग्राम प्रधान पिनाऊ देवाल।
बोले अधिकारी
पिनाऊ गांव के लिए मोटर सड़क स्वीकृत है। वनभूमि हस्तांतरण की कार्रवाई गतिमान है। वन विभाग और प्रशासन का संयुक्त रिपोर्ट आनी है। सुबलीगाड में पुल वर्ल्ड बैंक से स्वीकृत है बॉंड नहीं बना है। आचार संहिता के बाद टेंडर प्रतिक्रिया होगी।
दिनेश गुप्ता अभिशासी अभियंता लोनिवि थराली।
पिनाऊ के ग्रामीणों ने ज्ञापन दिया है। इस संबंध में ग्रामीणों से वार्ता कर समस्याओं का हल निकाला जाएगा।
अवरार अहमद एसडीएम थराली।