Monday, January 6th 2025

बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल करने की अपेक्षा सनातनी संस्कृति का अनुसरण करने की दें शिक्षा

बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल करने की अपेक्षा सनातनी संस्कृति का अनुसरण करने की दें शिक्षा
रुड़की : श्री भवानी शंकर आश्रम रुड़की में संगीतमय भक्तमाल कथा एवं नानी बाई जी का मायरा बुधवार 22 नवंबर 2023 से रविवार 26 नवंबर 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। बीना शर्मा (भोपाल) के श्री मुख से संगीतमय भक्तमाल कथा, नानी बाई जी का मायरा आदि भक्त कथाओं का वाचन हो रहा है। आज उन्होंने सनातन संस्कृति की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें सनातन को बचाना ही होगा । उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों में छोटी उम्र से ही सनातन संस्कार डालने बहुत आवश्यक है। जैसे ही बच्चा विद्यालय जाना शुरू करें वैसे ही मां-बाप उसमें सनातन संस्कृति के प्रति श्रद्धा और आदर उत्पन्न करें। बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल करने की अपेक्षा सनातनी संस्कृति का अनुसरण करने की शिक्षा दें, उदाहरण के लिए, जन्मदिन पर बच्चों से केक ना कटवा कर लड्डू मंगाएं और बच्चों को कहें कि अपने हाथों से भगवान को भोग लगाएं, इस प्रकार छोटी-छोटी आदतें डालें ताकि बच्चों के मन में भगवान और सनातन के प्रति आदर और श्रद्धा उत्पन्न हो। यह आयोजन श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी मैत्रेयी गिरी जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सानिध्य में, श्री महंत रीमा गिरी जी और श्री महंत त्रिवेणी गिरी जी के संरक्षण में आयोजित किया जा रहा है।