Monday, November 18th 2024

जिले के प्रसिद्ध मंदिरों सल्ट महादेव व डांडा नागराजा से घंटियां चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

जिले के प्रसिद्ध मंदिरों सल्ट महादेव व डांडा नागराजा से घंटियां चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार
 
कोटद्वार । जनपद पौड़ी पुलिस ने जनपद के प्रसिद्ध मन्दिरों में घण्टियों की चोरी करने वाले गैंग को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। गैंग से थाना धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत सल्ट महादेव मन्दिर से चोरी की गई पीतल की 25 और थाना सतपुली क्षेत्र के अंतर्गत डांडा नागराजा मन्दिर से चोरी की गई पीतल की 19 घंटियां सहित अन्य सामान भी बरामद किया गया है। रविवार को पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 अगस्त 2024 को नीलम रावत निवासी- सल्ट, धूमाकोट द्वारा थाना धुमाकोट पर क्षेत्र के प्रसिद्ध सल्ट महादेव मन्दिर परिसर में लगी घंटियों के कुछ दिन पूर्व चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। वहीं कमलेश प्रसाद अध्यक्ष डांडा नागराजा मन्दिर समिति ने भी 15 अगस्त 2024 को राजस्व पुलिस चौकी कंडवालस्यूं-02, पौड़ी के प्रसिद्ध डांड़ा नागराजा मन्दिर में लगी घण्टियों के चोरी होन की रिपोर्ट दर्ज कराई। उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार राजस्व पुलिस से मामले को थाना सतपुली स्थानान्तरित किया गया।
चोरी के पर्दाफाश के लिए एसएसपी पौड़ी के निर्देशन में 03 पुलिस टीमों का गठन किया गया। तीनों पुलिस टीम के अथक प्रयासों व मुखबिरों को सक्रिय करने के बाद 24 अगस्त 2024 को मुखबिरों द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक संदिग्ध एचआर वाहन नम्बर धूमाकोट क्षेत्र से दुगड्डा कोटद्वार की तरफ आ रहा है इस सूचना पर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दुगड्डा के पास वाहन को रोका गया तो वाहन में काफी संख्या में मन्दिर की घंटियां, कटर, ब्लेड व प्लास बरामद हुए। इस पर पुलिस ने गाड़ी में सवार तीनों आरोपियों गैंग लीडर विपिन कोहली, उम्र 30 वर्ष, पुत्र वलवन्त कोहली, निवासी ग्राम ढोण्ड़, थाना थैलीसैंण, जनपद पौड़ी गढ़वाल, नीरज कौशिक, उम्र-24 वर्ष, पुत्र मुकेश कौशिक, निवासी ग्राम कुलताना, थाना- सापला जनपद रोहतक हरियाणा और मूल चन्द पाल, उम्र 35 वर्ष, पुत्र राम खिलावन, निवासी-नत्थू जल्ली, थाना डेहरापुर, जनपद कानपुर, उ0प्र0 को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर तीनों आरोपियों ने डांडा नागराजा व सल्ट महादेव मन्दिर से घंटियां चोरी करना स्वीकार किया। आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेशकर आवश्यक वैधानिक की जा रही है।