श्री केदारनाथ धाम क्षेत्र में मीट-मांस ले जाकर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेपाली गिरफ्तार, प्रशासन ने दुकान को किया सील
केदारनाथ : केदारनाथ धाम केवल उत्तराखंड ही नहीं बल्कि, देश दुनिया भर में बसे करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। धाम की पवित्रता को भंग करने का एक ऐसा कुकृत्य केदारनाथ धाम में किया गया है, जिससे करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। दरअसल, केदारनाथ धाम में एक नेपाली ने मांस पहुंचा दिया। वह अपनी दुकान से मांस बेच रहा था। नेपाली को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
श्री केदारनाथ धाम क्षेत्र में मीट-मांस ले जाकर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेपाली मूल के व्यक्ति के विरुद्ध हुआ अभियोग पंजीकृत। गत दिवस 07 जून 2024 को श्री केदारनाथ धाम क्षेत्र में एक नेपाली मूल के व्यक्ति के पास एक कट्टे में मांस मिला था, जिस पर आम जनमानस सहित केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने आपत्ति प्रकट की गयी थी। इस प्रकरण में आज कोतवाली सोनप्रयाग में भा0द0सं0 की धार्मिक भावनाएं आहत करने सम्बन्धी धारा के तहत प्रतिवादी किरन बहादुर पुत्र पंचबहादुर निवासी कोचुभांग जिला रोलपा नेपाल हाल दुकानदार व्यापार संघ गेट के नजदीक केदारनाथ के विरुद्ध नामजद अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस के स्तर से अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियोग की विवेचना जारी है।
केदारनाथ धाम में नेपाली मूल के एक व्यक्ति को मांस के साथ गिरफ्तार किया गया है। प्रशासन ने दुकान को सील कर दिया है। पुलिस ने सोनप्रयाग कोतवाली में आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सात जून को विपुल धरम्वाण नाम के व्यक्ति ने केदारनाथ में व्यापार संघ गेट के समीप स्थित दुकान में मांस होने की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने दुकान की तलाशी ली तो वहां बोरे में मांस बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने आरोपी किरन बहादुर निवासी रोलपा, नेपाल को गिरफ्तार कर लिया। विपुल की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। SDM अनिल शुक्ला ने बताया, नेपाली मूल के एक व्यक्ति के पास से मांस मिला है। सेक्टर मजिस्ट्रेट राजपाल सिंह रावत व सहायक मजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार ने बताया, दुकान को सील कर दिया गया है।