Thursday, March 13th 2025

ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति थे परम पूज्य स्वामी श्री दीनदयाल जी महाराज

ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति थे परम पूज्य स्वामी श्री दीनदयाल जी महाराज
हरिद्वार :  भूपतवाला स्थित श्री ललिता आश्रम में परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्री दीनदयाल जी महाराज का प्रथम निर्वाण दिवस संत महापुरुषों की गरिमा में उपस्थित के बीच मनाया गया । इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर श्री स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा ऐसी ज्ञान मूर्ति संसार को कल्याण का मार्ग दिखाने हेतु धरती पर अवतरित होती हैं। परम पूज्य स्वामी श्री दीनदयाल जी महाराज ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति थे । इस अवसर पर बोलते हुए श्री नारायण दास पटवारी जी ने कहा जगत को सनातन धर्म से तथा उसकी महता से अवगत कराने वाले जगत को सत्य का पथ दिखाने वाले एक परम त्यागी संत थे। इस अवसर पर बोलते हुए बड़ा उदासीन अखाड़ा कनखल के सचिव महंत गोविंद दास जी महाराज ने कहा संतों का जीवन समाज को समर्पित होता है । उनके प्रत्येक कार्य में जगत कल्याण की भावना निहित होती है।