Monday, November 25th 2024

नहाते समय नहर में डूबने से हुई मेरठ के कांवड़ियें की मौत, अपर उपनिरीक्षक नरेन्द्र राठी ने आक्रोशित भीड़ को सूझ बुझ से किया शांत, आमजन एवं दुकानदारों ने की सराहना

नहाते समय नहर में डूबने से हुई मेरठ के कांवड़ियें की मौत, अपर उपनिरीक्षक नरेन्द्र राठी ने आक्रोशित भीड़ को सूझ बुझ से किया शांत, आमजन एवं दुकानदारों ने की सराहना

मंगलौर : कांवड़ यात्रा के प्रथम दिन से ही अपर उपनिरीक्षक नरेन्द्र राठी के द्वारा लगातार कांवड़ियों की मदद की जा रही हैं । मंगलौर कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत नहर में डूबे युवक को त्वरित कार्रवाई करते हुए आक्रोशित भीड़ को शांत कर जल पुलिस की टीम द्वारा नहर से निकाल कर मृतक कांवड़ियां को PM न करने की जिद करते हुए मृतक शव को अपने साथ ले जाने  के लिए उग्र एवं आकर्षित कांवड़ियों को शांत करते हुए अस्पताल रुड़की  भिजवाने में अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी एवं आरक्षी नितेश धस्माना ने निभाई अहम भूमिका। 27 जुलाई 2024 को समय करीब 12:20 बजे कुछ कांवड़ियाओं ने नहर पुल मंगलौर पर पुलिस सहायता केंद्र पर अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी को सूचना दी कि एक कांवड़िया नहर पुल मंगलौर से आगे फ्लाईओवर के नीचे नहाते समय डूब गया है जहां पर काफी भीड इकट्ठा है। 

सूचना पर अपर उप  निरीक्षक नरेंद्र राठी मय कांस्टेबल नितेश धस्माना को साथ लेकर मय अन्य फोर्स  के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे तो मौके पर करीब 200 से 250 कांवड़ियां इकट्ठे थे । सभी कांवड़ियां आक्रोशित होकर डूबे हुए कांवड़ियां को तुरंत निकालने के लिए आक्रोशित हो रहे थे जिनको मौके पर पहुंचकर मुझ अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी द्वारा डूबने की जानकारी करते हुए उनकी हर संभव त्वरित मदद करने का आश्वासन देते हुए शांत किया गया। 

जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि डूबने वाले कांवड़ियां का नाम गौरव पुत्र सूरज निवासी बागपत अड्डा निकट भूमिया का पुल थाना ब्रह्मपुरी मेरठ जनपद मेरठ उम्र करीब 18 वर्ष है । उसके साथी आयुष पुत्र सुभाष निवासी माता का बाग बागड़िया मोहल्ला थाना ब्रह्मपुरी मेरठ, दीपू पुत्र विजय कुमार निवासी उपरोक्त, अंश पुत्र विकी निवासी उपरोक्त, तुषार पुत्र संदीप निवासी उपरोक्त बताया गया। उक्त ग्रुप में करीब 20 से 25 अन्य कांवड़ियां भी थे। डूबे हुए गौरव के साथियों उपरोक्त ने पूछने पर बताया कि हम यहां फ्लाईओवर के नीचे बैठे थे एकदम अचानक गौरव नहर में नहाने चला गया एवं डूब गया ।

उग्र/आक्रोशित कांवड़ियों द्वारा डूबे हुए गौरव को अति शीघ्र निकालने हेतु पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहे थे और वह रोड जाम करने के लिए भी लगातार बोल रहे थे जिनको अपर उप निरीक्षक द्वारा शालीनता पूर्वक वार्ता करते हुए समझा बुझा कर शांत किया गया एवं बताया गया कि  जल पुलिस टीम को सूचना दे दी गई है वह टीम लिब्बरहेडी पुल के पास एक अन्य कांवड़ियां के डूबने की सर्चिंग कर रही है। वहां से उस टीम को तत्काल यहां के लिए तलब किया गया है । प्राथमिकता के आधार पर पहले आपके कांवड़ियां को तलाश किया जाएगा। 

घटना की सूचना  रुड़की कंट्रोल रूम को भी देते हुए अति शीघ्र जल पुलिस टीम को मौके पर भेजने हेतु सूचित किया गया। बीच-बीच में भीड़ उग्र /आकर्षित होती रही जिनको अपर उपनिरीक्षक नरेंद्र राठी द्वारा अपनी हिकमत अमली से शांत किया जाता रहा थोड़ी देर बाद जल पुलिस की टीम

  1. Add PC  Bishan singh khadka
  2. Hc Nirdosh kumar
  3. Hc Kailash Chandra
  4. c. Rahul Kumar
  5. c. Matbar singh
  6. cdr Rahul Kumar मौके पर पहुंच गई। जल पुलिस टीम द्वारा अपने अथक प्रयासों से उक्त कांवड़ियां को करीब 2 घंटे की मशक्कत करने के बाद खोज निकाला।

उसके उपरांत उक्त डूबे हुए कांवड़ियां को उसके साथी ग्रुप के कांवड़ियां अपने साथ ले जाने की जिद करने लगे और पोस्टमार्टम न करने की बात कहने लगे कि  हम PM नहीं  करने देंगे।  अपर उप निरीक्षक द्वारा सीपीएमएफ एवं एंबुलेंस को साथ ले जाकर डूबे हुए कांवड़ियां के बारे में यह कहते हुए की तुरंत डॉक्टर के पास  चलना है इसका अभी चेकअप होना है भोले की कृपा से जान बच भी सकती है आक्रोशित कांवड़ियों को यह कहते हुए शांत करते हुए , अपनी सूझबूझ से समझाते हुए अति शीघ्र कांस्टेबल नितेश धसमाना को हिदायत मुनासिब कर राजकीय अस्पताल रुड़की भेजा गया। 

राजकीय उप जिला चिकित्सालय रुड़की में उक्त कांवड़ियां को चेक करने पर मृत घोषित किया गया जिनके शव को पंचनामा कार्रवाई हेतु मोर्चरी रुड़की में रखवाया गया । एवं उक्त घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई । मौके पर कई बार डूबे कांवड़ियां के  उग्र आक्रोशित समूह  द्वारा पुलिस के प्रति रोष प्रकट  किया गया था कि पुलिस द्वारा हमारे डूबे कांवड़ियां को निकालने में विलम्ब किया जा रहा है , मौके पर मौजूद अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी, आरक्षी नितेश धस्माना द्वारा अपनी हिकमत अमली, सूझबूझ  से समझा बूझाकर उग्र आक्रोषित कांवड़ियां समूह को शांत किया गया। एवं एक बड़ा उपद्रव होने से बचाने में अहम भूमिका निभाई गई । पुलिस की त्वरित कार्रवाई की मौके पर आम जनता व आसपास के दुकानदारों द्वारा काफी सराहना की गई।