Thursday, November 14th 2024

उत्तराखंड में 02 दिन फिर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

उत्तराखंड में 02 दिन फिर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

देहरादून: दो दिन की धूप के बाद एक बार फिर मानसून की बारिश जोर पकड़ सकती है। मौसम विभाग ने पिथौरागढ़ समेत 3 जिलों के लिए मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक पिथौरागढ़, चमोली और नैनीताल जनपदों में भारी बारिश हो सकती है।

बारिश का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहेगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बागेश्वर के लिए भारी से भारी बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में कहीं-कही हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं 19 सितंबर से एक बार फिर मौसम साफ रहने की संभावना है।

ये हो सकते हैं नुकसान

  • संवेदनशील इलाकों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम भूस्खलन एवं चट्टान गिरने के कारण सड़कों/ राजमार्गों में अवरोध/कटाव हो सकता है।
  • ओलावृष्टि वृक्षारोपण, बागवानी और खडी फसलों को नुकसान पंहुचा सकती है।
  • खुले स्थानों पर ओलावृष्टि से लोग और मवेशी घायल हो सकते हैं।
  • ओलावृष्टि से खुले में खड़े वाहन को क्षति पहुंचना ।
  • निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति ।
  • बहुत तीव्र वर्षा बाढ़ पैदा कर सकती है, पहाड़ और खड़ी पहाड़ियाँ तेजी से अपवाह पैदा कर सकती है।
  • फिसलन भरी सड़कों और कोहरे/कम बादलों के कारण कम दृश्यता के कारण ड्राइविंग की कठिन स्थिति के कारण यात्रा समय में थोड़ी वृद्धि होने की संभावना।
  • बागवानी, कृषि फसल (जैसे चावल, मक्का, बाजरा, सेम, चना आदि) और वृक्षारोपण और अनाज की गुणवत्ता को मामूली नुकसान हो सकता है।
  • हवाई अड्डों के लिए/से उड़ान संचालन प्रभावित हो सकती है। जिले के विभिन्न हेलीपैडों से आने-जाने वाले हेलीकॉप्टर का संचालन प्रभावित हो सकता है।
  • बिजली गिरने से जान-माल की हानि ।

बचने के उपाय

  • भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
  • गर्जन और ओलावृष्टि के दौरान जानवरों को बाहर न बांधें।
  • कटी हुई उपज (यदि खेत में हो) को सुरक्षित स्थान पर रखें।
  • फलदार पेड़ों को ओलों से बचाने के लिए ओलों के जाल का प्रयोग करें।
  • राज्य में चारधाम या अन्य स्थानों की यात्रा करने वाले तीर्थयात्री/पर्यटक सतर्क रहें और यात्रा करते समय खड़ी ढलानों पर नजर रखें।
  • छोटी नदियों/नालों और निचले इलाकों और बाढ़ के मैदानों के पास रहने वाली बस्तियों/लोगों को सतर्क रहना है।
  • पर्वतारोहण अभियान सर्द और नम स्थितियों के लिए एहतियाती उपाय कर सकते हैं।
  • यात्रियों या वाहन के साथ यात्रा करने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
  • अपडेट के लिए मीडिया रिपोर्ट का अवलोकन करें। मौसम पूर्वानुमान के लिए स्थानीय मीडिया को सुने। सोशल मीडिया पर नजर रखें।
  • भारी बारिश के दौरान नालों में तैरने या नौका विहार न करें।
  • किसानों को सलाह दी जाती है कि वे कटी हुई उपज को सुरक्षित और सूखी जगह पर रखें।