राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण में 13 व 14 अक्टूबर को आयोजित होगी अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी
गैरसैंण : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण (चमोली) एवं केन्द्रीय हिन्दी संस्थान आगरा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी दिनांक 13 व 14 अक्टूबर 2023 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण, चमोली के हिन्दी विभाग द्वारा स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी साहित्य में विभिन्न विमर्शो का अवदान विषय पर आयोजित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विश्वविद्यालयों से विद्वानों के अलावा प्रदेश और सुदूर इलाकों से तो विशेषज्ञ पधारेंगे ही, विदेशों से भी अकादमिक कार्यक्रम में शामिल साहित्यिक, सक्रियता को सुदृढ़ करेंगे। नार्वे, अमेरिका, नीदरलैण्ड, यूक्रेन, मॉरीशस, इंग्लैण्ड, चीन, श्रीलंका, थाईलैण्ड आदि देशों से क्रमानुसार डॉ. सुरेन्द्र शुक्ल (नार्वे), डॉ. विकास गुप्त (अमेरिका), डॉ. अंकित अग्रवाल (अमेरिका), प्रो. पुष्पिता अवस्थी (नीदरलैण्ड), डॉ. राकेश शंकर भारती (यूक्रेन), डॉ. शुभांकर मिश्र (मॉरीशस), डॉ. तेजेन्द्र शर्मा (इंग्लैण्ड), डॉ. विवेक मणि त्रिपाठी (चीन), डॉ. ई. धर्मयश (श्रीलंका) आदि कार्यक्रम में शामिल होंगे। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से डॉ. गंगा सहाय मीशा और डॉ. मलखान सिंह जुडेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से प्रो. पूरनचन्द्र टंडन, प्रो0 अनिल राय जुड़ेंगे। इन विद्वानों के अलावा आदिवासी विमर्श के मर्मज्ञ श्री प्रकाश मिश्र किन्नर विमर्श के जानकार श्री महेन्द्र भीष्म, भगवन्त अनमोल जैसे विद्वान भी जुड़ेंगे।
गैरसैंण पीजी कॉलेज के हिन्दी के विभागाध्यक्ष डॉ. गिरजेश कुमार का कहना है कि इस संगोष्ठी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश-विदेश में विमर्शो के प्रति जागरूकता फैलाना एवं उसकी वास्तविक स्थिति व प्रस्थिति को उजागर करना है। साथ ही साथ इन विमर्शो को साहित्य के सापेक्ष लेकर चलने का नया दृष्टिकोण देखने को मिलेगा। इस कार्यक्रम संगोष्ठी में विद्वान – विशेषज्ञों को सुनने के साथ ही शोध-पत्र भी पढ़ें जाएंगे। इसके अलावा संचलित आलेखों का पुस्तक के रूप में लोकार्पण का भी प्रयास जारी है। इस कार्यक्रम से गैरसैंण पी०जी० कॉलेज के छात्र-छात्राओं में हर्षोल्लास का माहौल बना हुआ है। प्रतिभागी डॉ. दीपा, कैलाश कोली, मानवेन्द्र सिंह, अभिषेक विक्रम आदि उत्साहित हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के०एन० बरमोला के विशेष सहयोग से कार्यक्रम में सबका स्वागत रहेगा। यह कार्यक्रम ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों में होगा।