Friday, December 27th 2024

इगास बग्वाल राज्य की सांस्कृतिक विरासत के साथ हमारी एकता और भाईचारे का प्रतीक – सांसद अनिल बलूनी

इगास बग्वाल राज्य की सांस्कृतिक विरासत के साथ हमारी एकता और भाईचारे का प्रतीक – सांसद अनिल बलूनी
पौड़ी : उत्तराखण्ड के लोक पर्व इगास बग्वाल पर कोटद्वार स्थित मालवीय उद्यान में आयोजित कार्यक्रम में सांसद गढ़वाल अनिल बलूनी ने बतौर मुख्य अथिति के रूप में शिरकत करते हुए द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने भैला खेलकर उपस्थित जनसमुदाय को उत्साहित किया साथ ही स्थानीय उत्पादों से बने पकवान (गढ़ भोज) का भी जायका लिया। 
उन्होंने पावन इगास पर्व (बूढ़ी दीवाली) पर गढ़वाल की सम्भ्रांत जनता को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर राज्य का अपना एक लोक पर्व की पहचान है। ठीक इसी प्रकार उत्तराखण्ड के इगास पर्व को उसकी ख्याति के अनुरूप विश्वपटल पर पहचान मिले इसपर निरंतर कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री व देश-विदेश का मीडिया उत्तराखंड के लोग पर्व इगास से परिचित हो चुके है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मर्चुला में हुई बस दुर्घटना के कारण इस पर्व को सादगी के साथ मनाया जा रहा है अगले वर्ष इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें देश  विदेश के पर्यटक शामिल होंगे। 
सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि आज हम सब मिलकर उत्तराखंड के पौराणिक और पावन लोकपर्व इगास बग्वाल मना रहे हैं। यह पर्व न केवल हमारे राज्य की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है बल्कि हमारी एकता और भाईचारे का भी प्रतीक है। कहा कि हमारे पहाड़ों की गोद में बसा यह पर्व सदियों से मनाया जाता रहा है। इगास बग्वाल का त्योहार हमें हमारी परंपराओं से जोड़ता है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है। इस पर्व के माध्यम से हम अपनी आने वाली पीढ़ी को अपनी परंपराओं से अवगत कराते हैं। आज हम सभी को मिलकर संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी संस्कृति को जीवंत रखेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। हमारी परंपराएं ही हमें एकजुट करती हैं। इसलिए हमें इन परंपराओं को संजोकर रखना चाहिए। कहा कि आज के युग में जब हम आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं, तब भी हमें अपनी परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए। हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को आधुनिक जीवन शैली के साथ जोड़ना होगा। कार्यक्रम में लोक गायक रोहन भारद्वाज व करिश्मा शाह ने वीरगाथाओं से जुड़े लोकगीतों से समा बांधा। 
इस अवसर पर भारत माता मंदिर के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी, विधायक लैंसडौन महंत दिलीप रावत, उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पंडित राजेन्द्र अणथ्वाल, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, नगर आयुक्त कोटद्वार वैभव गुप्ता, एएसपी जया बलोनी, उप-जिलाधिकारी चतर सिंह चौहान,  जिलाध्यक्ष बीजेपी बीरेंद्र रावत, कार्यक्रम संयोजक राजगौरव नौटियाल, व्यापार मण्डल अध्यक्ष प्रवीन भाटिया, प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला,  ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा, महामंत्री नवीन गोयल, सुबोध कर्णवाल, सुमन कोटनाला, चंद्रप्रकाश शर्मा आदि उपस्थित थे।