हरिद्वार : मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु ने ली जनपदीय अधिकारियों की बैठक, दिए दिशा-निर्देश
हरिद्वार : मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु की अध्यक्षता में शुक्रवार को डामकोठी में जनपदीय अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित हुई। मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु ने बैठक में अधिकारियों से जनपद में डेंगू की स्थिति, आयुष्मान भव योजना, स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा, ब्लड बैंकों में ब्लड की स्थिति, चिकनगुनिया की स्थिति, मंसादेवी पहाड़ी का ट्रीटमेंट, ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में जल भराव की योजना, पार्किंग व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली।
इस पर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि आयुष्मान भव योजना, स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत भी हम डेंगू के सम्बन्ध में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके मेवड़कलां के निरीक्षण के दौरान 10 में से छह घरों में डेंगू का लार्वा मिला। इसलिये हम लार्वा के सार्स रिडक्शन पर अधिक जोर दे रहे हैं तथा इसमें आशा वर्कर, आंगनबाड़ी तथा शिक्षा विभाग का पूरा सहयोग लिया जा रहा है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूली बच्चों को प्रार्थना के समय डेंगू के सम्बन्ध में अधिक से अधिक जानकारी दी जाये ताकि वे अपने अभिभावकों को भी इस सम्बन्ध में जागरूक कर सकें। इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर दिया गया है तथा ब्लॉक स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में एक संयुक्त टीम का भी गठन कर दिया गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि हरिद्वार, हल्द्वानी तथा कोटद्वार में अधिक आर्द्रता होने के कारण हमें माह नवम्बर तक इन क्षेत्रों में डेंगू के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु द्वारा ब्लड बैंकों के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि जनपद में लगातार जगह-जगह रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में मंसादेवी पहाड़ी का ट्रीटमेंट, पार्किंग व्यवस्था, लक्सर तथा खानपुर क्षेत्र के लिये जल निकासी की योजना आदि के सम्बन्ध में भी विस्तार से चर्चा हुई तथा मुख्य सचिव ने अधिकारियों को इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, एमएनए दयानन्द सरस्वती, सिटी मजिस्ट्रेट प्रेमलाल, एसडीएम अजय बीर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष दत्त, मलेरिया अधिकारी गुरूनाम सिंह, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।