Saturday, November 23rd 2024

औधोगिक पैकेज छीनने वाली कांग्रेस को निवेश प्रयासों पर सवाल खडे करने का अधिकार नहीं – कैंथोला

औधोगिक पैकेज छीनने वाली कांग्रेस को निवेश प्रयासों पर सवाल खडे करने का अधिकार नहीं – कैंथोला
देहरादून : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार कर कहा, औधौगिक पैकेज छीनने वालों को निवेश संभावनाओं पर सवाल खड़ा करते का नैतिक अधिकार नहीं है । इन्वेस्टर्स समिट को लेकर कांग्रेसी बयानबाजियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कैंथोला ने कहा कि आज उनके नेता रिकॉर्ड निवेश पर शंका उठाकर, राज्य में विकास  का हिमायती बनने का ढोंग कर रहे है । लेकिन ऐसा करते समय वे अपने शासन ने किए कुकृत्यों को कांग्रेसी भूल जाते है । 
उन्होंने कहा, हरीश रावत हो या अन्य कांग्रेसी नेता, उन्हें सवाल पूछने से पहले उत्तराखंड की जनता को बताना चाहिए कि बाजपेयी की एनडीए सरकार ने उत्तराखंड को जो विशेष औधोगिक पैकेज 2013 तक के लिये दिया था वह तत्कालीन यूपीए सरकार ने क्यों बन्द किया था । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, आज ये सवाल उठाने वाले उत्तराखंड के औधोगिक विकास के  तथाकथित हिमायती, उस समय कौन सी गुफा  में जाकर छिप गये थे, जब उनकी केंद्र की सरकार उत्तराखंडी युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर रही थी । वो भी जब उधोगों  को स्थापित करने की बहुत आवश्यकता प्रदेश को थी, ताकि यहॉं के युवा पलायन को मजबूर न होते । तब यही हरीश थे जिनके होंठ सिल गए थे, तब क्यों एक भी बयान कांग्रेसियों के कहीं भी नजर नही आए । 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने आरोप लगाया कि आज उत्तराखंड चहुमुखी विकास की और अग्रसर है,  उधोगपतियों ने राज्य में अपना सहयोग देने का मन बनाया है । मोदी जी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार विकास के लिये राज्य सरकार को सहयोग दे रही है । लेकिन विकास विरोधी कांग्रेस   नेताओं को यह हजम नही हो रहा है । यही वजह है कि ये तथाकथित हिमायती, अपने राज्य का नाम कैसे खराब हो इसी षडयंत्र में लगे हुए है । उनके इन सारे षड्यंत्र व प्रपंच को प्रदेश की जनता बखूबी देख रही है। उन्होंने तंज किया कि इन लोगों को उत्तराखंड राज्य को बदनाम करने का  जब भी मौका मिलता है यह पीछे नही हटते है । चाहे वह जोशीमठ की दैवीय आपदा हो, या सिल्क्यारा टनल पर राजनीति करने की बात हो,  कांग्रेस ने आपदा में राजनीति का कोई अवसर नहीं छोड़ा। साथ ही कहा कि अफसोस, काग्रेस ने कभी भी एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका नही निभाई है । वह केवल भ्रम फैलाने व कन्फ्यूजन का महौल बनाकर राज्य की छवि खराब करने के काम में लगी हुई है।