विधायक लखपत बुटोला ने मेले के सफल संचालन को की तीन लाख की घोषणा
गोपेश्वर (चमोली)। पीपलकोटी के एसडी मैदान में आयोजित सात दिवसीय बंड विकास, औद्योगिक, पर्यटन, किसान तथा सांस्कृतिक मेले का रंगारंग आगाज हो गया है। मेले का शुभारंभ बदरीनाथ के विधायक लखपत बुटोला ने दीप प्रज्वलित कर किया। विधायक ने मेले के लिए विधायक निधि से तीन लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
सात दिनों तक चलने वाले बंड मेले का शुभारंभ करते हुए विधायक लखपत बुटोला ने कहा कि क्षेत्रीय जनता के आपसी तालमेल से यह मेला हर वर्ष बेहतर होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेला मैदान के लिए 73 लाख रुपये की धनराशि शासन से स्वीकृत हुए है। जल्द ही इस पर टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके बाद यह मेला और भी अधिक दिव्यता के साथ सामने आएगा। उन्होंने कहा कि मेलों के माध्यम से हमारी संस्कृति को आगे बढ़़ाया जा सकता है। कहा कि मेले में लगे विभिन्न विभागीय स्टालों के माध्यम से यहां के काश्तकार और स्थानीय लोग लाभ उठा सकते हैं। कहा कि उनका सपना है कि उनकी विधान सभा सर्वोत्तम विधान सभाओं में से एक बने और इसके लिए हर संभव प्रयास भी किए जा रहे है। कहा कि स्थानीय उत्पादों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिले इसके लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए।
विधायक बुटोला ने कहा कि बदरीनाथ विधान सभा में सर्वाधिक पावर प्रोजेक्ट बन रहे है लेकिन उनका लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। कहा कि प्रशासन और प्रोजेक्ट प्रबंधन को भी इस दिशा में सोचना होगा कि यहां के लोगों ने अपने जल, जंगल और जमीन खो कर इन पावर प्रोजेक्ट को बनाने में अपना योगदान दिया है। इसलिए इसकी भरपाई की जानी आवश्यक है। उन्होंने मेले को और दिव्यता दिए जाने के लिए तीन लाख रुपये विधायक निधि से देने की घोषणा भी की। मेले के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इससे पूर्व मेला मैदान में स्कूली बच्चों ने मार्च पास्ट भी किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि दशोली ब्लाक प्रमुख विनीता देवी, जिला पंचायत सदस्य संतोषी व नगर पंचायत अध्यक्ष आरती नवनी, नंदप्रयाग नगर पंचायत अध्यक्ष पृथ्वी सिंह रौतेला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार डिमरी, जिलाध्यक्ष महिला ऊषा रावत, मेला समिति के संरक्षक गजेंद्र सिंह राणा व अतुल शाह, अध्यक्ष देवेंद्र सिंह नेगी, सचिव गुलाब सिंह बिष्ट, कोषाध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी, महामंत्री हरीश पुरोहित, उपाध्यक्ष अयोध्या प्रसाद हटवाल, रघुनाथ सिंह फरस्वाण, सुनील कोठियाल, संजय नेगी, जगदंबा प्रसाद हटवाल, शंभु प्रसाद सती आदि मौजूद रहे।

