Tuesday, July 1st 2025

नाव चलाने वाले की बेटी अस्मिता ने रचा इतिहास, CBSE 10वीं में टॉप थ्री में स्थान, यूट्यूब से की पढाई

नाव चलाने वाले की बेटी अस्मिता ने रचा इतिहास, CBSE 10वीं में टॉप थ्री में स्थान, यूट्यूब से की पढाई

नैनीताल : सनवाल स्कूल की छात्रा अस्मिता परिहार ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि विपरीत परिस्थितियों को भी चुनौती दी। नाव चालक दीपक परिहार की बेटी अस्मिता ने CBSE 10वीं की परीक्षा में 98.6% अंक हासिल कर नैनीताल में टॉप थ्री में जगह बनाई। विज्ञान और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में 100, गणित में 99, हिंदी में 97, सामाजिक विज्ञान में 97 और अंग्रेजी में 91 अंक लाकर अस्मिता ने साबित कर दिया कि हौसला हो तो कोई मुश्किल बड़ी नहीं।

अस्मिता की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि उन्होंने बिना किसी ट्यूशन के, सिर्फ स्कूल के बाद रोजाना 3-4 घंटे की आत्म-अध्ययन से यह मुकाम हासिल किया। पढ़ाई में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए वे यूट्यूब की मदद लेती थीं। आर्थिक तंगी और सीमित संसाधनों के बावजूद अस्मिता का हौसला कभी डगमगाया नहीं। उनके पिता की नाव से होने वाली कमाई सीमित थी, लेकिन अस्मिता ने इसे अपनी राह का रोड़ा नहीं बनने दिया।

अस्मिता का सपना है कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करना और आईआईटी से बीटेक की डिग्री हासिल करना। इसके लिए वे अगली कक्षाओं के साथ-साथ जेईई मेंस की तैयारी भी शुरू करेंगी। उनकी इस उपलब्धि पर सनवाल स्कूल की प्रधानाचार्य ए. इमैनुएल ने गर्व जताते हुए कहा कि अस्मिता को छात्रवृत्ति दी जाएगी और स्कूल की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।

अस्मिता की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों की कमी के बावजूद बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने की हिम्मत रखता है। यह नन्हा सितारा न केवल अपने पिता के सपनों का खेवनहार है, बल्कि लाखों लोगों के लिए एक मिसाल भी है।