नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसआईएस से जुड़े एक संदिग्ध आतंकी अदनान को गिरफ्तार किया है, जो राम मंदिर सहित उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थलों पर हमले की योजना रच रहा था। भोपाल निवासी इस आतंकी की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम दिल्ली पहुंची है और पिछले 48 घंटों से उसके मंसूबों का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है। यह गिरफ्तारी एक बड़े आतंकी मॉड्यूल को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, खासकर जब 21 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं।
अदनान पहले भी आतंकी गतिविधियों के लिए चर्चा में रहा है। पिछले साल जून में उसने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर सर्वे के आदेश देने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रवि कुमार दीवाकर को सोशल मीडिया पर धमकी दी थी। अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जज की फोटो पोस्ट कर उसने लाल रंग से “काफिर” लिखा और अंग्रेजी में मैसेज दिया, “काफिर का खून हलाल है, उन लोगों के लिए जो दीन के लिए लड़ रहे हैं।” इस धमकी के बाद यूपी एटीएस ने उसे भोपाल से गिरफ्तार किया था, लेकिन करीब पांच महीने बाद वह जमानत पर रिहा हो गया। जेल से छूटने के बाद अदनान ने भोपाल में जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश तेज कर दी, जिसकी जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली।
स्पेशल सेल ने अदनान को दिल्ली के सद्दीक नगर से गिरफ्तार किया, जबकि एक अन्य आरोपी अदनान (भोपाल से) को भी इसी मॉड्यूल से जोड़ा गया है। दोनों संदिग्ध आईएसआईएस के विदेशी हैंडलरों से संपर्क में थे, जो सीरिया-तुर्की सीमा से संचालित हो रहे हैं। जांच में सामने आया है कि अदनान मुस्लिमों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने को लेकर बेहद नाराज था। सीरिया में बैठे खलीफा द्वारा भेजे गए वीडियो में राम मंदिर समेत यूपी के कई धार्मिक स्थलों का जिक्र था, जो एजेंसियों की चिंता बढ़ा रहा है। एटीएस अब यह पता लगा रही है कि अदनान कितनी बार यूपी आया, किन शहरों में घूमा और उसके नेटवर्क का दायरा क्या है।
दिल्ली में भी धमाकों की साजिश
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सामग्री, एक रिस्टवॉच और आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए। दोनों संदिग्धों ने आईएसआईएस के प्रति निष्ठा का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, ये आतंकी दिवाली के दौरान राजधानी के हाई-फुटफॉल एरिया जैसे एक प्रमुख मॉल और पब्लिक पार्क में हमला करने की तैयारी में थे। दोनों ने फिदायीन (सुसाइड) अटैक के लिए ट्रेनिंग ली थी और कई इंस्टाग्राम अकाउंट्स के जरिए उग्रवादी कंटेंट शेयर कर रहे थे।
एटीएस की सतर्कता, सुरक्षा बढ़ी
इस गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। एटीएस अधिकारी लगातार अदनान से यूपी के धार्मिक स्थलों पर हमले की योजनाओं के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह साजिश पैन-इंडिया स्तर पर फैली हुई हो सकती है, क्योंकि हाल के महीनों में दिल्ली पुलिस ने अल-कायदा और आईएसआईएस से जुड़े कई मॉड्यूल्स को तोड़ा है। अदनान को तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है, और जांच आगे बढ़ रही है।

