Saturday, November 16th 2024

फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की जागरूकता के लिए 01 से 30 नवंबर तक राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 2.0

फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की जागरूकता के लिए 01 से 30 नवंबर तक राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 2.0
देहरादून : पेंशनभोगियों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा सभी केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के साथ-साथ पेंशन संवितरण प्राधिकरणों में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश भर के 100 शहरों में 1 से 30 नवंबर, 2023 तक एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
डीएलसी-फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का लाभ देश के सुदूर कोनों में पेंशनभोगियों तक पहुंचे और अति वरिष्ठ/बीमार/अशक्त पेंशनभोगियों को भी लाभ मिले, विस्तृत दिशानिर्देशों के साथ एक व्यापक परिपत्र जारी किया गया है जिसमें सभी हितधारक जिनमें भारत सरकार के मंत्रालय/विभाग, पेंशन संवितरण बैंक और पेंशनभोगी संघ शामिल हैं, की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां परिभाषित की गई हैं।
इस संबंध में पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने 6 और 7 नवंबर 2023 को आईआईपी मोहकमपुर, डिफेंस कॉलोनी, सहारनपुर रोड, आईएमए और बीरपुर में भारतीय स्टेट बैंक की 05 शाखाओं में दो दिवसीय जागरूकता अभियान में भाग लेने के लिए देहरादून का दौरा किया। अधिकारी ने पेंशनभोगियों से बातचीत कर उन्हें डीएलसी जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक से अवगत कराया व उसके फायदे बताये।
बड़ी संख्या में पेंशनभोगियों ने अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया और फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने पर अपनी खुशी और संतुष्टि व्यक्त की। जागरूकता अभियान के दौरान पेंशनभोगियों को अपने मोबाइल फोन पर आधार फेस आर डी और जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करने और इंस्टॉल करने के लिए सहायता दी गई और जीवन प्रमाण ऐप का उपयोग करके फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से डीएलसी जमा करने की चरण दर चरण प्रक्रिया समझाई गई। पेंशनभोगियों को प्रक्रिया बहुत आसान और त्वरित लगी और वे संतुष्ट थे कि बीमार और बिस्तर पर पड़े पेंशनभोगियों के द्वारा भी इस तकनीक से डीएलसी बिना किसी परेशानी के जमा किया जा सकता है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि डीएलसी 60 सेकंड के भीतर तैयार हो जाता है और उनके मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा जाता है, जहां से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने इस बात की सराहना की कि अब वे अपने घर से ही डीएलसी जमा कर सकते हैं।
इस अभियान में एसबीआई के अधिकारी, पेंशनभोगी संघ और यूआईडीएआई टीम भी शामिल हुई। उनकी सक्रिय भागीदारी ने अभियान को सफल बनाया है। बैंक अधिकारियों को पेंशनभोगियों की जानकारी के लिए, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा जारी की गई, फेस ऑथेंटिकेशन की एसओपी (SOP) को बैंक परिसर में उपयुक्त स्थान पर प्रदर्शित करने के लिए भी कहा गया। बैंक द्वारा किये गये प्रयासों की पेंशनभोगियों ने सराहना की है।
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग पूरे नवंबर 2023 में जागरूकता अभियान चला रहा है और पेंशनभोगी इस अभियान का लाभ उठा कर फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक प्रणाली को सीख सकते हैं और इस तकनीक के माध्यम से अपने डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को जमा कर सकते हैं।