Friday, November 29th 2024

आईआईटी रूड़की ने एमएसएमई इनोवेटिव डिज़ाइन योजना : उद्योग-अकादमिक इंटरफ़ेस पर जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन

आईआईटी रूड़की ने एमएसएमई इनोवेटिव डिज़ाइन योजना : उद्योग-अकादमिक इंटरफ़ेस पर जागरूकता कार्यक्रम का  किया आयोजन

रूडकी : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने डिजाइन इनोवेशन सेंटर, आईआईटी रूड़की, भगवानपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए), हरिद्वार एवं डीएफओ, एमएसएमई हलद्वानी के सहयोग से ‘एमएसएमई इनोवेटिव (डिजाइन) योजना: उद्योग-अकादमिक इंटरफेस’ पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। 07 जून, 2022 को एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार व भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू के अनुसार, मंत्रालय ने एमएसएमई इनोवेटिव (डिज़ाइन) योजना को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी रूड़की को कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में नामित किया है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय विनिर्माण क्षेत्र एवं डिजाइन विशेषज्ञता/डिजाइन समुदाय को एक साझा मंच पर लाना है। इसका उद्देश्य वास्तविक समय की डिज़ाइन समस्याओं, नए उत्पाद विकास के साथ-साथ मौजूदा/नए उत्पादों में निरंतर सुधार व मूल्यवर्धन के लिए विशेषज्ञ सलाह और लागत प्रभावी समाधान प्रदान करना है। नए उत्पाद विकास के साथ-साथ मौजूदा उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए अनुभवी डिजाइनरों द्वारा विशेषज्ञ सलाह प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जितेन्द्र कुमार, एसडीएम, भगवानपुर सहित अन्य सम्मानित अतिथि, प्रोफेसर अपूर्बा कुमार शर्मा, कुलशासक शैक्षणिक मामले, आईआईटी रूड़की; रजत भालोटिया, प्रबंध निदेशक, प्रीतम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, भगवानपुर, उत्तराखंड; श्री गौतम कपूर, महासचिव, बीआईए, भगवानपुर; प्रोफेसर इंद्रदीप सिंह, प्रमुख, डिजाइन विभाग एवं समन्वयक, डिजाइन इनोवेशन सेंटर, आईआईटी रूड़की; डॉ. अजय दिगंबर जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एसएमएयू, हरिद्वार, उत्तराखंड; शिवम गोयल, सचिव, बीआईए, भगवानपुर; प्रोफ़ेसर सोनल अत्रेया, सहायक प्रोफेसर, डिज़ाइन विभाग, आईआईटी रूड़की; प्रोफेसर विभूति रंजन भट्टाचार्य, सहायक प्रोफेसर, डिजाइन विभाग, आईआईटी रूड़की; ए.के. सिंह, अमरदीप डिज़ाइन्स इंडिया प्रा. लिमिटेड, भगवानपुर; डॉ. सुमित्रा पांडे, प्रीतम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, भगवानपुर, उत्तराखंड; एवं विभिन्न क्षेत्रीय उद्योगों और एमएसएमई इकाइयों के प्रतिनिधि कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।

जितेन्द्र कुमार, एसडीएम, भगवानपुर ने प्रकाश डाला, “डिज़ाइन योजना एमएसएमई को आईआईटी रूड़की, डिज़ाइन विभाग व डिज़ाइन इनोवेशन सेंटर के साथ डिज़ाइन के सभी पहलुओं पर सहयोग करने की सुविधा प्रदान करेगी। इससे एमएसएमई को अपने डिजाइन-संबंधित उद्देश्यों को साकार करने और हासिल करने में मदद मिलेगी।”

आईआईटी रूड़की के कुलशासक शैक्षणिक मामले, प्रोफेसर अपूर्व कुमार शर्मा ने कहा, “हम एक सक्षम मंच प्रदान करके दीर्घकालिक सहयोग के लिए आईआईटी रूड़की को सूचीबद्ध करने के लिए एमएसएमई मंत्रालय के आभारी हैं, जिससे देश के एमएसएमई अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए एक संरचित प्रक्रिया के माध्यम से आईआईटी रूड़की से संपर्क कर सकते हैं।” गौतम कपूर, महासचिव, बीआईए, भगवानपुर, उत्तराखंड ने बताया कि “बीआईए अधिक प्रतिस्पर्धात्मकता प्राप्त करने के लिए उत्पाद डिजाइन एवं विकास में एमएसएमई की सहायता करने के एक सामान्य उद्देश्य के साथ आईआईटी रूड़की के साथ सहयोग कर रहा है।”

प्रोफेसर इंद्रदीप सिंह, प्रमुख, डिज़ाइन विभाग एवं समन्वयक, डिज़ाइन, इनोवेशन सेंटर, आईआईटी रूड़की, ने कहा, “आईआईटी रूड़की उद्योग एवं शिक्षा जगत के बीच अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। एमएसएमई मंत्रालय की ‘एमएसएमई इनोवेटिव (डिज़ाइन) योजना’ उत्पादों और प्रक्रियाओं के डिजाइन को बेहतर बनाने में एमएसएमई को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।”

‘एमएसएमई इनोवेटिव (डिज़ाइन) स्कीम’ जागरूकता कार्यक्रम में प्रदर्शित, आईआईटी रूड़की, एमएसएमई मंत्रालय एवं उद्योग हितधारकों के बीच सहयोगात्मक प्रयास एक परिवर्तनकारी गठबंधन का संकेत देते हैं। कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में आईआईटी रूड़की की महत्वपूर्ण भूमिका एक प्रभावशाली उद्योग-अकादमिक इंटरफ़ेस को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। संस्थान की विशेषज्ञता, डिजाइन विभाग व डिजाइन इनोवेशन सेंटर द्वारा अनुकरणीय, वास्तविक समय की डिजाइन चुनौतियों के लिए मूल्यवान समाधान प्रदान करने का वादा करती है, जो भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को नवाचार, विकास एवं वैश्विक प्रतिस्पर्धा की ओर प्रेरित करती है। आईआईटी रूड़की एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है, जो डिजाइन एवं नवाचार के क्षेत्र में एमएसएमई के लिए एक गतिशील और सहयोगात्मक भविष्य की दिशा में मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

“हम एमएसएमई मंत्रालय एवं उद्योग भागीदारों के सहयोग से ‘एमएसएमई इनोवेटिव (डिज़ाइन) योजना’ का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की शिक्षा जगत एवं उद्योग के बीच एक परिवर्तनकारी मार्ग को बढ़ावा देने, एमएसएमई को नवीन डिजाइन समाधानों की ओर प्रेरित करने और विनिर्माण के लगातार विकसित हो रहे परिदृश्य में प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।” – आईआईटी रूड़की के निदेशक प्रोफेसर के.के. पंत ने टिप्पणी की।