आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लोकसभा चुनाव में हथियार बनाने में जुटी कांग्रेस
नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही तमाम पार्टियों ने प्रचार प्रसार पर फोकस करना शुरु कर दिया है। हालांकि प्रचार प्रसार की बात करें तो 2024 लोकसभा चुनाव में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। चुनाव प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। नई टेक्नोलॉजी अपनाने के मामले में कांग्रेस ने भी इस रणनीति पर काम शुरु कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट में मिली कांग्रेस के सूत्रों की जानकारी के अनुसार पार्टी का थिंक टैंक बखूबी इस बात को समझता है कि एआई राजनीतिक दलो को वोटरों को बेहतर तरीके से समझने और उन्हें आकर्षित करने में मदद करता है और चुनाव प्रचार अभियान को ज्यादा प्रभावी और असरदार बना सकता है।
कांग्रेस से जुड़े उच्च सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अपनी पूर्व सरकारों के खिलाफ भाजपा के प्रोपेगेंडा से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर एआई की मदद लेगी. इसके लिए राजनेताओं के वीडियो से ही उनकी बात बोलने की तैयारी भी की गई है।कांग्रेस की शुरुआती तैयारी के मुताबिक राहुल गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण भी लगभग आधा दर्जन भाषाओं में प्रसारित किए जाएंगे ताकि वोटरों को यह भाषण अच्छी तरीके से समझ आए। खास बात यह है कि इस बार एआई के जरिए चर्चित नेता वोटरों को उनके नाम से पुकारते नजर आएंगे।