Monday, March 31st 2025

इस दिन से महंगा होगा ATM से कैश निकालना, बढ़ सकते हैं ट्रांजेक्शन चार्ज

इस दिन से महंगा होगा ATM से कैश निकालना, बढ़ सकते हैं ट्रांजेक्शन चार्ज

नई दिल्ली : ATM से कैश निकालने की आदत रखने वालों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। 1 मई 2025 से ATM से पैसे निकालने पर लगने वाला शुल्क बढ़ सकता है। मौजूदा समय में ग्राहकों को एक तय लिमिट तक बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कैश निकालने की सुविधा मिलती है, लेकिन इस लिमिट के बाद बैंक प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क वसूलते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब यह शुल्क बढ़ाया जा सकता है, जिससे एटीएम से कैश निकालना और महंगा हो जाएगा।

क्यों बढ़ रहे हैं एटीएम चार्ज?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने मिलकर लिया है। शुल्क बढ़ाने का मुख्य कारण एटीएम ऑपरेशन कॉस्ट में आई बढ़ोतरी बताई जा रही है।

कितना बढ़ेगा एटीएम से कैश निकालने पर शुल्क?

फिलहाल, जब ग्राहक अपनी फ्री लिमिट पार कर लेते हैं, तो उन्हें प्रति ट्रांजेक्शन 17 रुपये का शुल्क देना पड़ता है। 1 मई 2025 से इसे बढ़ाकर 19 रुपये किया जा सकता है। इसके अलावा, गैर-वित्तीय ट्रांजेक्शन जैसे मिनी स्टेटमेंट देखने, बैलेंस चेक करने आदि पर अभी 6 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन का शुल्क लगता है, जिसे बढ़ाकर 7 रुपये किया जा सकता है।

कितनी बार कर सकते हैं फ्री ट्रांजेक्शन?

RBI के नियमों के अनुसार, ग्राहक एक तय सीमा तक ही मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।

  • मेट्रो शहरों (मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु) में हर महीने 3 फ्री ट्रांजेक्शन की अनुमति होती है।

  • गैर-मेट्रो शहरों में ग्राहक 5 फ्री ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।

ATM इंटरचेंज फीस क्या होती है?

एटीएम इंटरचेंज फीस वह शुल्क होता है जो एक बैंक, दूसरे बैंक को उसके ग्राहक द्वारा एटीएम इस्तेमाल करने पर देता है। जब ग्राहक अपनी फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट पार कर लेते हैं, तो बैंक यह इंटरचेंज फीस ग्राहकों से शुल्क के रूप में वसूलते हैं।

बढ़ते शुल्क से ग्राहकों पर असर

इस नए बदलाव के लागू होने के बाद एटीएम से बार-बार कैश निकालना महंगा पड़ेगा। ऐसे में ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट और यूपीआई जैसे विकल्पों का ज्यादा उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, अभी इस बदलाव को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन संभावना है कि मई 2025 से नए शुल्क लागू हो जाएंगे।