भर्ती घोटालों की फैक्ट्री कांग्रेस, सफाई का काम धामी ने किया, उत्तराखंड में नौकरियां पैसों और पहचान से नहीं, बल्कि योग्यता और मेहनत के दम पर मिलेंगी

- भर्ती घोटालों की फैक्ट्री कांग्रेस, सफाई का काम धामी ने किया
- उत्तराखंड में नौकरियां पैसों और पहचान से नहीं, बल्कि योग्यता और मेहनत के दम पर मिलेंगी।
देहरादून : दरोगा भर्ती से पटवारी भर्ती तक – कांग्रेस सरकारों ने युवाओं के सपनों की नीलामी की। रिज़ल्ट में हेराफेरी हुई, इंटरव्यू में टॉपर फेल कर दिए गए और तो और, अयोग्य को नियुक्ति पत्र थमा दिए गए। यही था कांग्रेस का असली “भर्ती सिस्टम”। कांग्रेस राज में बने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने नकल माफियाओं को खुली छूट दी। अध्यक्ष RBS रावत और हाकम सिंह जैसे चेहरे युवाओं के भविष्य से सौदेबाज़ी करते रहे। जब घोटाले उजागर हुए तो कांग्रेस ने मुकदमे वापस लेकर इन माफियाओं को और ताक़त दी। लेकिन तस्वीर बदल दी सीएम पुष्कर सिंह धामी ने।
- 100 से अधिक नकल माफिया सलाखों के पीछे।
- कांग्रेस के संरक्षण में पले RBS रावत और हाकम सिंह जेल में।
- देश का सबसे सख़्त नकल विरोधी कानून लागू।
- 25 हज़ार युवाओं को पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया से रोजगार।
आज उत्तराखण्ड का भर्ती तंत्र साफ़ और पारदर्शी है। अब नौकरियां पैसों और पहचान से नहीं, बल्कि योग्यता और मेहनत के दम पर मिलेंगी।
- कांग्रेस का काला अध्याय पीछे छूट चुका है।
- धामी सरकार ने युवाओं का विश्वास लौटाया है।