Wednesday, December 18th 2024

सकारात्मक जीवन के लिए इनको जरुर आजमायें, मिलेगा सुखद परिणाम

सकारात्मक जीवन के लिए इनको जरुर आजमायें, मिलेगा सुखद परिणाम
देहरादून : सकारात्मक जीवन के लिए इनको जरुर आजमायें, मिलेगा सुखद परिणाम। भौतिकी का विद्यार्थी होने के कारण मुझे यह अनुभव है कि भौतिकी के दृष्टिकोण से हमारी कंपन आवृत्ति को प्रभावित करने वाली “सात” चीज़ें हैं। क्वांटम फिजिक्स में वाइब्रेशन अर्थात कंपन का मतलब है कि सब कुछ ऊर्जा है। कोई भी भावना हमको एक कंपन उत्सर्जित करने का कारण बनती है जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है।
  1. विचार : हमारा हर विचार ब्रह्मांड में एक आवृत्ति उत्सर्जित करता है, और वह आवृत्ति मूल में वापस लौटती है, इस मामले में हमारे स्वयं के पास! इसलिए यदि हमारे पास नकारात्मक विचार और उदासी है तो यह सब हमारे पास वापस आता है। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने विचारों की गुणवत्ता का ध्यान रखें और अधिक सकारात्मक विचारों को विकसित करना सीखें।
  2.  संगत : हमारे आस-पास के लोग हमारी आवृत्ति पर सीधा प्रभाव डालते हैं। यदि हम खुशमिजाज लोगों के साथ खड़े हैं, तो हम भी इस कंपन में प्रवेश कर लेतें हैं, अब यदि हम शिकायत करने वाले और निराशावादी लोगों से घिरे रहतें हैं, तो कृपया सावधान रहें! क्योंकि वे अपनी कंपन आवृत्ति को कम कर सकते हैं।
  3. गीत : गीत बहुत शक्तिशाली होते हैं। हम जो गीत सुनते हैं उनके बोलों पर ध्यान दें और याद रखें: हम अपने जीवन में वही आकर्षित करते हैं जो हम कंपन करते हैं।
  4. आप जो देखते हैं : जब हम दुर्भाग्य को संबोधित करने वाले कार्यक्रम देखते हैं। हमारा मस्तिष्क इसे वास्तविकता के रूप में स्वीकार करता है और हमारे शरीर में ऐसे रसायन को छोड़ता है, जिससे हमारी कंपन आवृत्ति प्रभावित होती है। उन चीजों को देखें जो हमें अच्छा प्रभावित करती हैं।
  5. पर्यावरण : चाहे घर पर हो या काम पर, अगर हम अपना ज़्यादातर समय अस्त-व्यस्त, गंदे माहौल में बिताते हैं, तो यह हमारी आवृत्ति को भी प्रभावित करता है। अतः अपने आस-पास जो है उसे बेहतर बनाएँ। ब्रह्मांड को दिखाएँ कि हम और भी बहुत कुछ प्राप्त करने के योग्य हैं। जो आपके पास पहले से है उसका भी ख्याल रखें!
  6.  भाषण : अगर हम चीज़ों और लोगों के बारे में शिकायत करते हैं या बुरा बोलते हैं, तो इसका असर हम पर भी पड़ता है। दूसरों की शिकायत करने और उनके बारे में बुरा बोलने की आदत को खत्म करें।  कृपया अपने जीवन के विकल्पों की ज़िम्मेदारी लें।
  7. कृतज्ञता : कृतज्ञता हमारी आवृत्ति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है, यह एक ऐसी आदत है जिसे हमको अभी अपने जीवन में शामिल कर लेना चाहिए। हर चीज़ के लिए धन्यवाद देना शुरू करें। कृतज्ञता हमारे जीवन में सकारात्मक रूप से अच्छी चीज़ों के प्रवाह के लिए द्वार खोलती है।

दिलों को तेरे तबस्सुम की याद यूँ आई

कि जगमगा उठें जिस तरह मंदिरों में चराग़….

                  ~ फ़िराक़ गोरखपुरी

लेखक : नरेन्द्र सिंह चौधरी, भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. इनके द्वारा वन एवं वन्यजीव के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये हैं.