बागेश्वर : जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे के निर्देशों के क्रम में जनपद में बढ़ती शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आमजन, जरूरतमंदों एवं असहाय व्यक्तियों को ठंड से बचाव प्रदान करने के लिए त्वरित, प्रभावी एवं बहुआयामी कदम उठाए गए हैं। सभी तहसीलों में अलाव जलाने, रैन बसेरों के संचालन के साथ-साथ कंबल वितरण एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे हैं। बागेश्वर नगर में तहसील परिसर, जिला अस्पताल, चौक बाजार, कत्यूर बाजार, गोमती पुल, सरयू पुल तथा ट्रामा सेंटर के समीप अलाव की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त जनपद के चौराहों, बाजारों, बस अड्डों, अस्पतालों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी अलाव जलाए जा रहे हैं, जिससे राहगीरों एवं जरूरतमंदों को राहत मिल रही है।
शीतलहर से प्रभावी सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद की विभिन्न तहसीलों में कुल 06 रैन बसेरे संचालित किए गए हैं, जिनमें 26 बेड की सुविधा उपलब्ध है। तहसील बागेश्वर अंतर्गत स्वराज भवन में 04 बेड, तहसील कपकोट क्षेत्र में केदारेश्वर मैदान स्थित आपदा राहत शिविर में 10 बेड तथा भराड़ी क्षेत्र में 04 बेड क्षमता का अस्थायी रैन बसेरा स्थापित किया गया है। तहसील गरुड़ में राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोसानी के कक्ष में 02 बेड, तहसील कांडा में जिला पंचायत गेस्ट हाउस में 02 बेड तथा धरमघर में वन विभाग गेस्ट हाउस के कक्ष में 04 बेड क्षमता का रैन बसेरा संचालित किया जा रहा है।
ठंड से अतिरिक्त सुरक्षा के लिए जरूरतमंदों एवं असहाय व्यक्तियों को कंबलों का वितरण भी निरंतर किया जा रहा है। वहीं, ऊँचाई वाले एवं हिमपात संभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को देखते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राशन की दुकानों में समय रहते पर्याप्त खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है, ताकि बर्फबारी अथवा मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही पेट्रोल पंपों में ईंधन की उपलब्धता और आपातकालीन रिजर्व स्टॉक सुनिश्चित करने तथा घरेलू गैस की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग को एंबुलेंस एवं 108 सेवाओं की कार्यशीलता सुनिश्चित करने तथा दवाइयों सहित आवश्यक सामग्री का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए। जिला प्रशासन द्वारा शीतलहर की स्थिति पर निरंतर निगरानी रखते हुए संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं तथा आवश्यकता के अनुसार व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है, ताकि जनपद का कोई भी व्यक्ति शीतलहर से प्रभावित न हो।

