Home उत्तराखण्ड बड़ी कार्रवाई : ट्रांसपोर्ट से 1.32 करोड़ रुपये के 43,950 नशीले इंजेक्शन बरामद, आरोपी फरार

बड़ी कार्रवाई : ट्रांसपोर्ट से 1.32 करोड़ रुपये के 43,950 नशीले इंजेक्शन बरामद, आरोपी फरार

by Skgnews

उधम सिंह नगर : उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। काशीपुर कोतवाली पुलिस, एसओजी और फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की संयुक्त टीम ने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी से 1 करोड़ 32 लाख रुपये के नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं।

ये इंजेक्शन ब्यूप्रेनॉर्फिन (Buprenorphine) आधारित हैं, जो कंट्रोल्ड ड्रग्स की श्रेणी में आते हैं और नशे की लत के लिए दुरुपयोग किए जाते हैं। पुलिस के अनुसार, 15 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई की गई। टीम ने काशीपुर के टांडा उज्जैन क्षेत्र में सफेक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट कंपनी पर छापा मारा। संदिग्ध पेटियों की तलाशी में 16 पेटियां नशीले इंजेक्शन मिले। इनमें:

  • BINORPHINE (Buprenorphine Injection IP): 1,598 डिब्बों में कुल 39,950 इंजेक्शन.
  • REXOGESIC (Buprenorphine Injection): 160 डिब्बों में कुल 4,000 इंजेक्शन.
  • कुल 43,950 इंजेक्शन जब्त किए गए, जिनका खुदरा मूल्य करीब 1.32 करोड़ रुपये आंका गया है.

आरोपी की तलाश जारी जांच में पता चला कि यह खेप रिपुल चौहान पुत्र रक्षपाल सिंह, मूल निवासी ग्राम नजीमपुर, थाना नजीबाबाद, जिला बिजनौर (उत्तर प्रदेश), वर्तमान पता वार्ड नंबर-13, कविनगर, काशीपुर ने मंगवाई थी। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वह फरार चल रहा है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

औषधि निरीक्षक नीरज कुमार और निधि शर्मा ने मौके पर इंजेक्शनों की तकनीकी जांच की और पुष्टि की कि ये कंट्रोल्ड ड्रग्स हैं, जिनका परिवहन केवल लाइसेंसधारी इकाइयों द्वारा ही संभव है।

एसएसपी का बयान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने कहा, “जनपद में नशे के अवैध कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। नशा तस्करों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।” उन्होंने इसे नशा मुक्त भारत अभियान का हिस्सा बताया।

कंट्रोल्ड ड्रग्स क्या हैं? ब्यूप्रेनॉर्फिन एक ओपिओइड दर्द निवारक दवा है, जो गंभीर दर्द में इस्तेमाल होती है, लेकिन नशे की लत वाले लोग इसका दुरुपयोग करते हैं। सरकार इनके उत्पादन, वितरण और उपयोग को सख्ती से नियंत्रित करती है ताकि ओवरडोज और लत की समस्या पर काबू पाया जा सके।

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