Home धर्म छठ पूजा 2025 : आज संध्या अर्घ्य के साथ लोक आस्था का महापर्व, सूर्यदेव और छठी माता की पूजा

छठ पूजा 2025 : आज संध्या अर्घ्य के साथ लोक आस्था का महापर्व, सूर्यदेव और छठी माता की पूजा

by Skgnews

देहरादून : देशभर में आज लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस पवित्र पर्व का तीसरा दिन, जो कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को पड़ता है, सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। आज शाम को व्रती महिलाएं पवित्र नदियों और तालाबों के किनारे डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य अर्पित करेंगी और छठी माता की पूजा करेंगी। पंचांग के अनुसार, आज सूर्यास्त का समय शाम 5:40 बजे है, जब व्रती सूर्यदेव को जल, दूध और गंगाजल अर्पित करेंगे।

छठ पूजा का यह पर्व 36 घंटे के कठिन निर्जला व्रत के साथ मनाया जाता है, जिसमें व्रती सूर्यदेव और उनकी बहन छठी माता की आराधना करते हैं। इस दिन बांस के सूप में मौसमी फल, सब्जियां, ठेकुआ और चावल के लड्डू सजाकर प्रसाद के रूप में अर्पित किए जाते हैं। दीपक जलाकर सूर्यदेव और छठी माता की आरती की जाती है, और व्रत कथा सुनकर भक्ति भाव से गीत गाए जाते हैं।

छठ पर्व का महत्व हिंदू धर्म में छठ पर्व का विशेष महत्व है। यह त्योहार दीपावली के छठे दिन शुरू होता है और कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर समाप्त होता है। पर्व की शुरुआत पहले दिन ‘नहाय-खाय’ से होती है, दूसरे दिन ‘खरना’ मनाया जाता है, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य के साथ छठ पूजा का मुख्य अनुष्ठान होता है, और चौथे दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है। मान्यता है कि यह व्रत संतान की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।

षष्ठी तिथि का समय हिंदू पंचांग के अनुसार, षष्ठी तिथि का आरंभ 27 अक्टूबर को सुबह 6:04 बजे हुआ और इसका समापन 28 अक्टूबर को सुबह 7:59 बजे होगा। इस दौरान देशभर के घाटों पर भक्तों की भीड़ सूर्यदेव और छठी माता की पूजा के लिए उमड़ेगी।

छठ की शुभकामनाएं छठ पर्व के अवसर पर लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और परिजनों को शुभकामनाएं भेज रहे हैं। सोशल मीडिया पर छठ पूजा की बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। कुछ लोकप्रिय शुभकामना संदेश इस प्रकार हैं:

  • “छठ का व्रत देता संतान को दीर्घायु का वरदान, ये छठ आपके जीवन में लाए उमंग अपार। छठ पूजा की शुभकामनाएं!”
  • “सूरज की पूजा, जल की धार, छठ का त्योहार लाए खुशियों की बहार। छठी माता का आशीर्वाद मिले बार-बार!”
  • “गेहूं का ठेकुआ, चावल के लड्डू, छठी माता करें आपकी हर मुराद पूरी। छठ पूजा की हार्दिक बधाई!”

छठ पूजा का यह पर्व न केवल आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक भी है। देशभर में भक्त इस पर्व को पूरे उत्साह और भक्ति के साथ मना रहे हैं, और घाटों पर सूर्यदेव की आराधना के लिए भारी भीड़ जुट रही है।

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