जंगल टूरिज्म को नई दिशा देगा हंटर हाउस – डीएम स्वाति एस. भदौरिया

- विश्व पर्यटन दिवस पर जिलाधिकारी ने किया हंटर हाउस का लोकार्पण, कहा– प्रकृति संग जीने की कला सिखाएगा
- गुलदार से संघर्ष की कहानियाँ सुनाएंगे जॉय हुकिल, हंटर हाउस बनेगा नजीर
- वन्यजीव संरक्षण व जागरुकता का केंद्र बनेगा पौड़ी का हंटर हाउस
पौड़ी : विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने शनिवार को जिला मुख्यालय पौड़ी के गडोली में निर्मित हंटर हाउस का लोकार्पण किया। इस दौरान जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि हंटर हाउस की अवधारणा आम जनता को प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाने और वन्यजीवों के व्यवहार को समझने में मदद करेगी। इससे छात्र-छात्राओं व पर्यटकों को ज्ञानवर्धन के साथ ही गुलदार और अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों की जानकारी मिलेगी। उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि यहां की वास्तुकला और स्थल चयन जंगल की आवश्यकताओं के अनुरूप है।
उन्होंने सुझाव दिया कि हंटर हाउस में जंगल की कहानियों, मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के उपायों और गुलदार से जुड़े वास्तविक अनुभवों पर आधारित कॉफी टेबल बुक तैयार की जानी चाहिए। साथ ही वन्यजीवों के संरक्षण संबंधी प्रदर्शनी और गुलदार के साथ सुरक्षित जीवन जीने के वैज्ञानिक तरीके भी सिखाए जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पौड़ी से जंगल टूरिज्म की शुरुआत हुई है, जिसे और अधिक विस्तार किया जाएगा, जिससे जिले की पर्यटन पहचान को नयी दिशा मिल सके।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी ने बताया कि हंटर हाउस 79.95 लाख की लागत से बनाया गया है। इसका संचालन प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल करेंगे, जिन्होंने इसके लिए अपनी निजी भूमि दान की है। वे यहां आने वाले सैलानियों, जंगल प्रेमियों और छात्र-छात्राओं को गुलदार से संबंधित वास्तविक घटनाओं और संघर्षों की दास्तान सुनाकर जागरुक करेंगे।
विश्व प्रसिद्ध शिकारी जाॅय हुकिल ने कहा कि मनुष्य और पशु का जीवन आपसी समन्वय पर निर्भर होता है। कोई भी जानवर आदतन मनुष्य पर हमला नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हंटर हाउस के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया जाएगा कि जंगल और वन्यजीव हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। साथ ही स्थानीय लोगों को जंगल ट्रेल द्वारा जानवरों के व्यवहार के संबंध में भी प्रेरित किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि प्रसिद्ध शिकारी जाॅय हुकिल ने 47 गुलदारों को नष्ट किया है और 7 गुलदारों को पिंजरे में कैद करने में वन विभाग को सहायता की है। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राएं तथा स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे।