डीएम आशीष भटगांई ने सड़क सुरक्षा समिति व आपदा संबंधी निर्माण कार्यों की ली बैठक, वैप्कास के अभियंता को लगाई फटकार
बागेश्वर : जिलाधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति और आपदा निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी ने पहले विभागवार सड़क सुरक्षा को लेकर किए गए कार्यों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा के मानको का पालन करने,पूर्व में जहाँ शिकायतें थी उन सड़को में सुरक्षा संबंधी किए गए कार्यों की फोटो देने तथा जिन सड़को में वर्षाकाल में गड्डे बने हुए है उन सड़को को गड्डामुक्त करने व लोनिवि,पीएमजीएसवाई, वैप्कास सहित जिन विभागों द्वारा सड़को की देखरेख कार्य किए जा रहे है उन सभी को शीघ्र सभी सड़को पर सुरक्षा मानको के अनुरूप कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इधर बैठक के दौरान कपकोट वैप्कास के अभियंता द्वारा दुरस्त क्षेत्रों में संचालित सड़को व पुलों के मरम्मत कार्यों की फोटोग्राफ उपलब्ध न कराने व सवालों के संतोषजनक जवाब न देने पर डीएम ने सख्ती दिखाते हुए कड़ी फटकार लगाई।
जिलाधिकारी ने बैठक में तैयारी के साथ पहुंचने व यथाशीघ्र मरम्मत कार्यों की फोटोग्राफ उपलब्ध कराने की सख्त हिदायत दी। इस दौरान प्रवर्तन और यातायात नियमों के पालन के लिए पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा कि गई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग को संयुक्त चेकिंग अभियान चलाते हुए नशे में वाहन चलाने वाले चालकों और नाबालिकों के वाहन चलाने पर रोक लगाने, यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए। दैवीय आपदा से संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को आपदा संबंधित प्रस्तावों और मरम्मत कार्यों के लिए हुई क्षति के लिए जल्द से जल्द इस्टीमेट बनाकर शीघ्र मरम्मत कार्य कराने के निर्देश दिए। कहा कि जिन कार्यों में बजट संबंधी समस्याए आ रही है उसके लिए शीघ्र रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। डीएम ने आपदा कार्यों के लिए विभागों को एक सप्ताह में सभी आंगणन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, उपजिलाधिकारी सदर मोनिका, कपकोट अनुराग आर्या, गरुड़ जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी, सीईओ गजेंद्र सौन, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल, लोनिवि अभियंता राजकुमार पांडे, परिवहन कर अधिकारी हरीश रावल, जल निगम सहायक अभियंता बिशन सिंह रौतेला, एई जल संस्थान दीनदयाल टम्टा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।