विस्थापन चिन्हित गांवों के विस्थापन प्रक्रियाओं में लाए तेजी – डीएम आशीष भटगांई
- आधुनिक उपकरणों के साथ गांव का दौरा करे भूगर्भ वैज्ञानिक
बागेश्वर : जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने जनपद में आपदा से प्रभावित गांवों में विस्थापन प्रक्रिया के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में विस्थापन आवश्यक है उनको प्राथमिकता के आधार पर विस्थापन की कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही भूगर्भ वैज्ञानिक को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे गांवों में आधुनिक उपकरणों के माध्यम से भी सर्वे करना सुनिश्चित करें।
मंगलवार को जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में आपदा प्रभावित गांवों में विस्थापन की प्रक्रिया की जानकारी ली। आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुंवारी समेत लगभग 12 गांवों के 133 परिवारों को विस्थापन किए जाने की प्रक्रिया चली है। तथा इससे पूर्व वहां का भूगर्भ वैज्ञानिक द्वारा अध्ययन किया जा चुका है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि विस्थापन के कार्यों पर तेजी लाए। आवश्यकता होने पर शासन से लगातार पत्राचार किया जाय। उन्होंने कहा कि आगामी बरसात से पूर्व प्रभावित परिवारों का सुरक्षित स्थान में विस्थापन किया जाय।
कहा कि जो गांव आपदा की दृष्टि से संवेदनशील हैं वहां पर चेतावनी बोर्ड लगाया जाय। ताकि वहां पर किसी प्रकार का नव निर्माण न हो सके तथा भविष्य में किसी प्रकार की घटना न घटे। उन्होंने कहा कि आपदा से बचने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करना सुनिश्चित करें। साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाय ताकि आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके। बैठक में उपजिलाधिकारी मोनिका, कपकोट एसडीएम अनुराग आर्या, गरूड़ की तहसीदार निशा रानी, भू वैज्ञानिक सुनील दत्त, डीडीएमओ शिखा सुयाल आदि उपस्थित थे।