नाबालिग के साथ दुराचार के बाद वीडियो वायरल करने के विरोध में हुआ बाजार बंद, बजरंग दल ने किया प्रदर्शन
-सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
थराली (चमोली)। चमोली जिले में थराली क्षेत्र में नाबालिग के साथ दुराचार करने तथा उसका अश्लील वीडियो वायरल किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरूवार को थराली से लेकर पिंडर घाटी के लोगों में उबाल रहा। थराली बाजार पूरे दिन बंद रहा और वाहनों के चक्के जाम रहे, वहीं पुलिस की ओर से शांति व्यवस्था बनाये रखने और क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने के लिए फ्लैग मार्च भी किया गया।
गौरतलब है कि विशेष समुदाय के युवक की ओर से नाबालिग के साथ दुराचार के बाद उसका अश्लील वीडिया और फोटो वायरल किये जाने के विरोध में गुरूवार को थराली बाजार बंद रहा तथा चक्का जाम भी किया गया। साथ ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष प्रताप लूथरा, उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम कोठियाल, प्रांत उपाध्यक्ष चिंतामणी सेमवाल
के नेतृत्व में नगर क्षेत्र में जुलूस प्रदर्शन नारेबाजी कर उप जिलाधिकारी थराली के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर कहा कि इस घटना के आरोपी को सख्त सजा दी जाए। तथा मांग की गई कि थराली में स्थाई मूलनिवासी मुसलमान को छोड़कर सभी को एक सप्ताह के अंदर नगर खाली करने, वार्ड नंबर तीन में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र को प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरित करने तथा अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में नाई का काम करने वाले मुस्लिम समुदाय के युवक ने नाबालिग हिन्दू लड़की से इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म के बाद वीडियो को वायरल कर दिया था। हालांकि बुधवार को पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों समेत लोगां मे भारी आक्रोश बना हुआ है। गुरूवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने थराली तिराहे से स्टेट बैंक, मुख्य बाजार मे विशाल जनजागरण रैली निकाल कर जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इधर, पुलिस प्रशासन की ओर से स्थानीय समुदाय में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से नगर में एक फ्लैग मार्च किया। पुलिस की टीम ने नगर के विभिन्न क्षेत्रों में घूमते हुए स्थानीय निवासियों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जागरूक किया। इस मार्च के दौरान, पुलिस ने नागरिकों से अपील की कि वे एक-दूसरे के प्रति सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें।
पुलिस प्रशासन ने विशेष रूप से सोशल मीडिया पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने निवासियों को चेतावनी दी कि किसी भी धार्मिक या सामुदायिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले आपत्तिजनक पोस्ट करने से बचें। पुलिस ने स्पष्ट किया कि ऐसे पोस्ट न केवल शांति को भंग कर सकते हैं, बल्कि इसके परिणाम दूरगामी भी हो सकते हैं।