Wednesday, October 16th 2024

बिजनौर : मां ने अपने बच्चे को तालाब में फेंककर की हत्या, पुलिस को सुना दी अपहरण की कहानी, हुआ खुलासा

बिजनौर : मां ने अपने बच्चे को तालाब में फेंककर की हत्या, पुलिस को सुना दी अपहरण की कहानी, हुआ खुलासा

बिजनौर : जनपद के स्योहारा में एक बेरहम मां ने दो माह में मासूम बेटे को जिंदा ही तालाब में फेंक दिया। अपने मासूम बेटे की मौत से पहले ही ममता का गला घोंट देने वाली चांदनी अपहरण की झूठी कहानी गढ़ चुकी थी। दरअसल, वारदात से पहले दोपहर में महिला अपने पति को फोन पर बताया कि बालक को उससे कोई छीनकर ले गया है। इस तरह वो पुलिस को भी बरगलाती रही। हालांकि सीसीटीवी फुटेज में उसकी करतूत कैद हो गई।

पुलिस के मुताबिक चांदनी ने शनिवार दोपहर अपने पति सलीम को फोन कर बताया कि धामपुर में किसी ने उससे उसके दो माह के बेटे को छीन लिया है। काफी तलाश के बाद भी वह बच्चे को नहीं तलाश सकी। इसके बाद चांदनी ने धामपुर पुलिस के सामने भी अपनी इसी कहानी को दोहराया। यहां से शाम में वह सहसपुर अपने मायके पहुंच गई।

इसी के बाद चांदनी ने देर रात के अंधेरे में घर से दूर पहुंचते हुए दिल दहला देने वाली पूरी वारदात को अंजाम दिया। अपने दो माह के बेटे हुसैन को पानी से भरे तालाब में डाल कर मौत के घाट उतार दिया। जानकारी हुई तो चांदनी के भाई-बहन बच्चे को तालाब से निकाल कर घर ले आए लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

चांदनी के सिर पर सवार जानलेवा खूनी सनक लगातार बरकरार रही। कुछ ही देर बाद मायके वालों ने जब चांदनी को घर से निकाला तो वह खाली पड़े एक प्लाट में अपने बेटे के शव को फेंक कर फरार हो गई। बावजूद इसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी ने ममता से दूर चांदनी के खूनी चेहरे को बेनकाब कर दिया। पुलिस स्तर पर हुए इस पूरे खुलासे के बाद अब हर कोई सन्न है कि आखिर कैसे कोई मां अपने ही जिगर के टुकड़े के लिए बेदर्द, बेरहम और बेदिल हो सकती है।

इस मामले में अगर सीसीटीवी फुटेज न मिलती तो चांदनी का असली चेहरा सामने न आता। चांदनी के मायके वालों से पुलिस पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का शुरुआत में ही राजफाश कर दिया। इसके बाद जब पुलिस ने आरोपों को पुष्ट करने के लिए रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो होश उड़ गए। फुटेज में चांदनी रात आठ बजे जहां अपने बेटे के साथ मेवानवादा रोड पर रेलवे फाटक की ओर जाती दिखी तो वहीं वापसी में वो खाली हाथ लौटती दिखी। रात करीब नौ बजे चांदनी के भाई व बहनें उसे ले जाते हुए भी दिखाई दिए।

दो माह का हुसैन अपने जन्म के बाद से ही ममता के आंचल तले लगातार बिलख रहा था। भूख की तड़प और मां के दूध की आस लगातार उसके रुदन की वजह बनी थी। बावजूद इसके चांदनी का पत्थर दिल कलेजा कभी पिघल न सका। पति सलीम की माने तो जन्म के बाद एक सप्ताह तक हुसैन को आईसीयू में रखा गया। इसके बाद उसे घर लाया गया, लेकिन चांदनी ने कभी उसे अपना दूध तक भी नहीं पिलाया। शुरू से ही वह हुसैन पर बाजार से मिल्क पाउडर लाने का ही दबाव बनाती रही। चांदनी की ये हरकत को इंसानियत को शर्मसार करने वाली है।