फेमिना महिला संस्था द्वारा आयोजित तीज महोत्सव में इनके सर सजा तीज क्वीन और मिस तीज का ताज
देहरादून : फेमिना महिला संस्था माजरा और बड़ोवाला, देहरादून की ओर से प्रेमनगर, बडोवाला में तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। वरिष्ठ महिलाएं इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रही। महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिनमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पुरस्कार भी जीते। कार्यक्रम में तंबोला, रैम्प वॉक, नृत्य और गायन प्रतियोगिता सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए।
फेमिना तीज क्वीन
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद फेमिना तीज क्वीन 25-55 आयु वर्ग का खिताब बबीता कुंवर ने जीता। द्वितीय स्थान मनु ज्वाला और तीसरा स्थान शकुंतला कुँवर ने प्राप्त किया। 55-60 आयु वर्ग का मिस तीज का ख़िताब विजय लक्ष्मी मंडोला ने जीता। दूसरे स्थान भागा देवी ने तथा तीसरी सरिता भटनागर ने प्राप्त किया और 55-60 आयु वर्ग वाली महिलाओं की प्रस्तुति सबसे मनमोहक रही। तंबोला में पहला स्थान रितिका गौतम ने प्राप्त किया।
नृत्य प्रतियोगिता
कार्यक्रम में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में रश्मी, पुष्पा, हिमानी, नेहा, रितिका और हेमा ने अपने नृत्य से सबका दिल जीत लिया था। कार्यक्रम में अयोजित समूह नृत्य प्रतियोगिता में पिंकी घनसाला ग्रुप पहले स्थान पर, हिना बबीता ग्रुप दूसरे और अर्चना ग्रुप तीसरे स्थान पर रहे।
प्रिया ने जीता बेस्ट ड्रेस खिताब
फेमिना सैलून की संचालिका नंदा सुंद्रियाल ने कहा कि हमें अपने त्यौहारों और अपनी संस्कृति से जुड़े रहने और इसे भावी पीढ़ी तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि उनके सैलून में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से वह सैलून का प्रशिक्षण भी देती हैं। नंदा सुंदरियाल ने महिलाओं के अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक और सजग होने पर प्रसन्नता जाहिर की।
आगे बढ़ने की ललक
उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से महिलाओं का आपसी समन्वय बढ़ता है और प्रगतिशील समाज को देखकर महिलाओं में आगे बढ़ने की ललक पैदा होती है, जो समाज को मजबूत बनाने में सहायक होती है।उन्होंने बताया कि सारी महिलाओ ने अलग-अलग क्षेत्र बड़ोवाला, हरबजवाला, बूढ़ी, नया गांव, माजरा, गढ़ी, श्यामपुर से आकर इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
श्री राधा कृष्ण की प्रस्तुति
मुख्य आकर्षण श्री राधा कृष्ण की प्रस्तुति मन भावक रही और छोटे बच्चों की प्रस्तुति ने भी सबका दिल जीत लिया था। गौरतलब है कि नंदा सुन्द्रियाल ने वर्ष 2006 में अपना पहला फेमिना सैलून खोला था उसके बाद बड़ोंवाला में दूसरा और वे सबका आभार प्रकट करती है कि आप सभी महिलाओं का स्नेह ओर प्यार हमेशा यूं ही बना रहे।