लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज में जंगली जानवरों को पानी उपलब्ध कराने के लिए लगेगा सोलर पम्प
कोटद्वार। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार के रामणी- फुलिंडा रिजर्व फ़ॉरेस्ट क्षेत्र में जंगली जानवरों के लिए सोलर पम्प लग कर तैयार होगा. इस के लिए लैंसडौन वन प्रभाग ने कार्य योजना बना कर तैयार कर ली है वन मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के उपरांत कार्य सुरु कर दिया जाएगा. पुलिंडा रोड पर रिजर्व फ़ॉरेस्ट में सोलर पंम्प लगने के बाद जंगली जानवरों के लिए जलाशय में पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो जायेगी…. जंगली जानवर पानी की तलाश में नदी नालों और आबादी वाले क्षेत्रों की ओर रुख नही करेंगे. रिजर्व फ़ॉरेस्ट में पानी की आपूर्ति के लिए सोरल पंम्प लगने के बाद सड़को पर आने वाले हाथियों के झुंड से निजाद मिल सकेगी…
आपको बतादे की इससे पहले बिहार का एकमात्र बाघ अभयारण्य – वाल्मिकी टाइगर रिजर्व (वीटीआर) – गर्मी के मौसम के दौरान बाघों और उनके शिकार सहित जंगली जानवरों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए हरित ऊर्जा का उपयोग कर रहा है।
प्रभागीय वनाधिकारी लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार नवीन पंत ने बताया कि सोलर पंम्प के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गयी है वन मुख्यायल से स्वीकृति के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा…गर्मियों के दौरान जलाशय और लैंसडौन वन प्रभाग से गुजरने वाली कई नदियाँ, प्रकार्तिक स्रोत आमतौर पर सूख जाते हैं. जिस कारण हाथी बाघ, गुलदार और अन्य वन्यजीवों को पानी की तलाश में पड़ोसी मानव बस्तियों में भटकने के लिए मजबूर करता है, उन्होंने कहा इससे मानव-वन्यजीव संघर्ष घटनाएं बढ़ती है…डीएफओ ने कहा सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही अतीत की बात बन जाएगी।