यमुनोत्री धाम आने वालें यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को दी जाए सर्वोच्च प्राथमिकता – डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट
उत्तरकाशी : जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री धाम सहित यात्रा पड़ावों पर यात्रा प्रबंधन व तीर्थयात्रियों की सुविधा को लेकर स्वीकृत कार्यो को समय से पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाय। जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी में प्रस्तावित ट्रेवलर्स रेस्टिंग फैसिलिटी तथा खरसाली में यमुनोत्री रोपवे निर्माण की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को जल्द जमीन पर उतारने के लिए संबंधित विभागों को तेजी से कार्रवाई करने और राजमार्ग की भूस्खलन प्रभावित व संकरे हिस्सों में वाहनों की आवाजाही को सुरक्षित व सुचारू बनाए रखने के उपाय सुनिश्चित करने की भी हिदायत दी।
चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी के साथ यमुनोत्री मार्ग तथा प्रमुख यात्रा पड़ावों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि आसन्न चारधाम यात्रा को देखते हुए यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग के अनुरक्षण व रेलिंग्स की मरम्मत, हाई मास्ट लाईट की स्थापना, आठ सीटर शौचालय के निर्माण, विश्राम गृहों के अनुरक्षण आदि कार्यों हेतु धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। इन सभी कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जानकीचट्टी के लिए स्वीकृत हाईमास्ट लाईट की स्थापना भी शीघ्र कराई जाय।
जानकीचट्टी में लगभग साढे तीन करोड़ रूपये की लागत से प्रस्तावित ट्रेवलर्स रेस्टिंग फैसिलिटी हेतु चयनित भूमि का निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने कहा कि इस परियोजना में आईएसबीटी की तर्ज पर यात्रियों के अल्पकालिक विश्राम, जलपानगृह के साथ ही प्रसाधन की व्यवस्था की जाएगी। इस परियोजना से संबंधित सभी शुरूआती औपचारिकाताएं अभी से शुरू कर दी जांय और धनराशि प्राप्त होते ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाय।
जिलाधिकारी ने खरसाली में यमुनोत्री रोपवे के शुरूआती स्टेशन व टावर के निर्माण स्थल का निरीक्षण कर कहा कि यात्रियों की सुविधा व यात्रा प्रबंधन के नजरिए से यह अत्यधिक महत्वपूर्ण योजना है। योजना का काम जल्द शुरू कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने उप जिलाधिकारी बड़कोट को इस संबंध में कार्यदायी संस्था के स्तर से की जा रही कार्रवाई का नियमित रूप से अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने खरसाली में पर्यटन विभाग की भूमि पर बने पार्किंग स्थल और संपर्क मार्ग को सुदृढ़ किए जाने तथा जानकीचट्टी में पार्किंग स्थल का विस्तार करने और इससे अतिक्रमण हटाने के संबंध में कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
बड़कोट में दोबाटा के निकट स्थापित यात्री पंजीकरण एवं जांच केंद्र का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इस केन्द्र पर यात्रियों और केंद्र पर तैनात कार्मिकों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाय। जिलाधिकारी ने इस केन्द्र के अस्थाई भवन पर फ्लोरिंग और सीलिंग का कार्य कराने के निर्देश देते हुए कहा कि यहां पर यात्रियों के लिए पेयजल और अतिरिक्त टॉयलेट्स की व्यवस्था हेतु भी योजना प्रस्तुत की जाए। रानाचट्टी का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियां से कहा कि यहां पर जाम की समस्या को दूर करने के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश कर मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने की योजना प्रस्तुत की जाय।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अधिकारियों से यमुनोत्री राजमार्ग पर डाबरकोट भूस्खलन का स्थाई उपचार की योजना पर तेजी से कार्रवाई करने के साथ ही फौरी तौर पर इस जगह पर सड़क को सुचारू व सुरक्षित बनाए रखने के लिए प्रभावी इंतजाम करने की हिदायत दी। जिलाधिकारी ने पालीगाड से आगे के क्षेत्र में सड़क के चौड़ीकरण हेतु प्रस्तावित कार्यो की मौजूदा स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही राजमार्ग पर संकरे पैचों को सुधारे जाने की प्रगति की भी समीक्षा की। जिलाधकारी ने धरासू बैंड के पास यमुनोत्री राजमार्ग के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का स्थाई उपचार की योजना को जल्द पूरा करने तथा मार्ग पर जमा मलवे को समय रहते हटाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान उपजिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग खंड राजेश पंत, जिला पर्यटन अधिकारी के.के.जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, तहसीलदार बड़कोट धनीराम डंगवाल, तहसीलदार डुंडा रीनू सैनी सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।