सजने लगा श्री दरबार साहिब, बढ़ने लगी रौनकें, संगतों के पहुंचने का क्रम हुआ तेज़
देहरादून। होली पर्व के बाद श्री दरबार साहिब में रौनकंे और बढ़ने लगी हैं। श्री दरबार साहिब में संगतों के पहुंचने का क्रम तेज हो गया है। श्री दरबार साहिब सजने लगा है, मेला बाजार में दुकानों की साज सज्जावट पूरी हो रही है। मेले में लगने वाले विभिन्न झूलों को कारीगरों ने फाइनली तैयार कर लिया है। कुल मिलाकर मेले की रौनकों में चार चांद लगने लगे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों सहित विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान से श्रद्धालु मंगलवार देर शाम तक श्री दरबार साहिब पहुंचते रहे। श्री झंडे जी मेले की प्रबंधन समिति ने अनुमान लगाया है कि पवित्र श्री झंडे जी (ध्वज दंड) के आध्यात्मिक दर्शन का लाभ उठाने के लिए लाखों की संख्या में संगत व श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंचेंगे। मेला 17 अप्रैल 2024 रामनवमी को सम्पन्न हो जाएगा।
मंगलवार को नियमित दैनिक पूजा अर्चना के बाद श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने संगतों को दर्शन दिए। उन्होंने श्री झंडे जी मेला आयोजन समिति को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। मंगलवार को श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति सदस्यों की पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित बैठक में पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी यातायात, बाजार कोतवाली निरीक्षक सहित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस अधिकारियों एवं श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति के अधिकारियों के मध्य मेला आयोजन की तैयारियों एवं मेला व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। जिला अग्निशमन कार्यालय की ओर से पूर्व की भांति दमकल दल (फायर ब्रिगेड) उपलब्ध रहेगी।
श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने जानकारी दी कि मेला आयोजन स्थल पर 42 सीसीटीवी निगरानी के लिए संचालित किए गए हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की टीम मेला अस्पताल में उपलब्ध रहेगी। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध करवाई जाएंगी। 2 एम्बुलेंस मेला अस्पताल के सहयोग के लिए मेला आयोजन स्थल पर उपलब्ध रहेंगी। मेला स्थल पर 25 फायर एक्सटिंगविशर लगाए गए हैं। श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से 35 वर्दीधारी सुरक्षा गार्ड्स एवं 500 संगत स्वंयसेवक मेला व्यवस्था, अनुशासन व्यवस्था एवं संचालन कार्यों के लिए मुस्तैदी के साथ सेवारत रहेंगे।