Saturday, November 16th 2024

हार्ट अटैक से पति की मौत, शव देखकर नवविवाहिता ने सातवीं मंजिल से कूदकर दी जान

हार्ट अटैक से पति की मौत, शव देखकर नवविवाहिता ने सातवीं मंजिल से कूदकर दी जान

गाजियाबाद : पति का शव देख पत्नी यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और खुद भी सातवीं मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। महिला के पति अभिषेक की सोमवार को चिड़ियाघर में हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। डाक्टरों का कहना है कि अभिषेक की मौत हार्ट अटैक से हुई है। स्वजन ने बताया कि दोनों के अटूट प्रेम को देखते हुए तीन माह पहले ही दोनों परिवारों की सहमति से उनका विवाह कराया गया था। इसके बाद से दोनों बेहद खुश थे, लेकिन तीन महीने बाद ही यह खुशियां मातम में बदल गईं।

मूलरूप से हरिद्वार के इकबालपुर निवासी 25 वर्षीय अभिषेक अहिलवाली वैशाली सेक्टर तीन के एलकान अपार्टमेंट में पत्नी अंजलि, पिता जसपाल, मां मधु और बहन गुड़िया के साथ रहते थे। अभिषेक एक एनजीओ में काम करते थे। अभिषेक के फुफेरे भाई संजीव ने बताया कि सोमवार को अभिषेक पत्नी अंजलि और बहन गुड़िया के साथ दिल्ली स्थित चिड़ियाघर गए थे। वहां अचानक उनके सीने में दर्द उठा तो उन्हें फोन किया। सभी लोग अभिषेक को खिचड़ीपुर के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली रेफर कर दिया गया।

अंजलि और गुड़िया उसकी तबीयत को लेकर काफी परेशान हो रही थीं तो उन्हें घर भेज दिया। शाम करीब छह बजे अभिषेक की इलाज के दौरान मौत हो गई। रात करीब 10 बजे स्वजन शव लेकर घर पहुंचे। शव देखकर अंजलि स्तब्ध रह गई। कुछ देर शव के पास बैठी रही। उसके बाद अचानक उठी और सातवीं मंजिल की बालकनी में रखी कुर्सी पर चढ़कर नीचे कूद गई। उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने स्थिति गंभीर बताते हुए उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। मंगलवार को उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई।

संजीव ने बताया कि डाक्टरों का कहना था कि अभिषेक की मौत हार्ट अटैक से मौत हुई। सहायक पुलिस आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान अभिषेक की पत्नी की मौत हुई है। पुलिस आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है। संजीव ने बताया कि पिछले साल 23 नवंबर दोनों की शादी हुई थी। अभिषेक पूरी तरह से स्वस्थ थे। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर जब अभिषेक को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो अंजलि और गुड़िया बेहद परेशान हो गई थीं। अंजलि बार-बार डाक्टर से बोल रही थीं कि अभिषेक को बचा लीजिए उन्हें कुछ हो गया तो वह भी जान दे देंगी।