Monday, December 23rd 2024

तेज बुखार के बीच भी लगातार काम पर डटे रहे सीएम पुष्कर सिंह धामी, चार दिन से लगातार बुखार के बावजूद एक भी बैठक, कार्यक्रम नहीं किया रद्द, जी 20, कैबिनेट, इन्वेस्टर समिट हर जगह फ्रंट पर रहकर संभाला मोर्चा, राज्य के विकास के संकल्प को लेकर पेश किया जीवटता का उदाहरण

तेज बुखार के बीच भी लगातार काम पर डटे रहे सीएम पुष्कर सिंह धामी, चार दिन से लगातार बुखार के बावजूद एक भी बैठक, कार्यक्रम नहीं किया रद्द, जी 20, कैबिनेट, इन्वेस्टर समिट हर जगह फ्रंट पर रहकर संभाला मोर्चा, राज्य के विकास के संकल्प को लेकर पेश किया जीवटता का उदाहरण
 
देहरादून। तेज बुखार में तपते शरीर के बीच भी लगातार चार दिन से सीएम पुष्कर सिंह धामी हर मोर्चे पर डटे हैं। दिल्ली में जी 20 समिट हो या फिर देहरादून लौटने पर ताबड़तोड़ बैठकें, सामाजिक कार्यक्रम, हर जगह सीएम धामी आगे बढ़ कर मौजूद रहे। इस पूरे दौरान सीएम ने एक भी कार्यक्रम, बैठक को रद्द नहीं किया। ऐसा कर सीएम ने राज्य के विकास के संकल्प को लेकर जीवटता का उदाहरण पेश किया।
सीएम धामी को चार दिन से बुखार है। वे दवाई खाकर लगातार सुबह से लेकर देर रात तक काम पर डटे हैं। पहले दिल्ली में जी 20 समिट में शामिल हुए। दिल्ली में राज्य के विकास से जुड़े मसलों पर केंद्रीय मंत्रियों से बात की। देहरादून लौटते ही ताबड़तोड़ कार्यक्रमों में शामिल हुए। कैबिनेट बैठक में सर्विस सेक्टर  पॉलिसी, बिजली उत्पादन बढ़ाने को पम्पिंग स्टोरेज प्लांट जैसी अहम पॉलिसी में मुहर लगाई। इन्वेस्टर समिट की तैयारियों को लेकर लगातार अफसरों को दिशा निर्देश दिए।
इन्वेस्टर समिट में रियल स्टेट सेक्टर में निवेश बढ़ाने को कारोबारियों के सम्मेलन को संबोधित किया। देश में उत्तराखंड में सबसे पहले पीएम श्री योजना को शुरू कर राज्य का मान बढ़ाया। राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम आगे बढ़ाया। इन तमाम कार्यों को पूरा करने के बाद सीएम धामी राज्य के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होने वाले इन्वेस्टर समिट की तैयारियों में जुट गए हैं। अब वे गुरुवार को दिल्ली में इन्वेस्टर समिट के कर्टेन रेजर का शुभारंभ करेंगे। 
जहां दूसरे नेता हल्के जुखाम, बुखार में ही घर में खुद को कैद कर लेते हैं, लोगों से मिलना जुलना छोड़ देते हैं। गेट पर पहरा बैठा दिया जाता है। मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया जाता है। कोविड के दौरान कई ऐसे नेता रहे, जिन्होंने खुद को नौकरशाहों की सलाह पर चारदीवारी में कैद कर लिया था। दूसरी ओर सीएम धामी ने तेज बुखार में लगातार काम कर ये बता दिया है कि राज्य के विकास से बढ़कर उनके लिए कोई दूसरी प्राथमिकता नहीं है। ऐसा कर उन्होंने एक बड़ा संदेश दिया है।