Monday, December 23rd 2024

वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति ने किया शिक्षकों को सम्मानित

वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति ने किया शिक्षकों को सम्मानित
 
कोटद्वार । वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति ने पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी मंगलवार को शिक्षक सम्मान समारोह नगरनिगम के प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति कोटद्वार के अध्यक्ष शैलेन्द्र बिष्ट द्वारा प्रति वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि चन्द्र पाल सिंह पटवाल सेवानिवृत कर्नल, भाजपा के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह रावत, समिति के अध्यक्ष और युवा राजनेता शैलेन्द्र सिंह बिष्ट व  खण्ड शिक्षा अधिकारी दुगड्डा अयाजुद्दीन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया । कार्यक्रम में शैक्षिक, सामाजिक, अकादमिक और लोक सहकार के क्षेत्रों में कार्यरत श्रेष्ठ शिक्षकों को हर वर्ष प्रदान किए जाने वाले सम्मान में वर्ष 2023 मे विभिन्न क्षेत्रों से शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त करने वाले शिक्षकों में सुनीता मधवाल, प्रोफेसर डॉ विजय अग्रवाल, प्रोफेसर ओके बेलवाल, महिपाल सिंह, आशीष कुमार, सतीश कुमार, सुधा गौड़, सिद्धार्थ कोटनाला, संदीप बिष्ट, डॉ पदमेश बुडाकोटी, सन्दिप डुकलान, राकेश कण्डवाल, राशिभूषण अमोली, अनिल कुमार भटनागर, उषा गोस्वामी और रक्तवीर के रूप में रूप सिंह को अंगवस्त्र व वीर चन्द्र सिंह की प्रतिमा प्रदान की गई।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र रावत ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान समाज का सम्मान है । शिक्षक सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र बिष्ट ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र और भविष्य के सचेतक है। बिना शिक्षकों के सम्मान के एक आदर्श समाज की परिकल्पना अधूरी है। उन्होंने बताया कि समिति 2 अक्टूबर को मैराथन दौड़ का आयोजन भी पूर्व वर्षों की भाँति ही करेगी । कार्यक्रम में नगर के समस्त विद्यालयों ने शिरकत की । छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर मजबूर किया । कार्यक्रम में राष्ट्रीय कोच सुनील रावत ने अहम भूमिका निभाई । कार्यक्रम का संचालन शान्तनु रावत ने किया। आयोजकों में सौरभ रॉय, विजय सिंह रावत, शुभम रावत, सुरेश शर्मा, हेमन्त गौड़, गौरव मिश्रा, मुकुल नेगी, विराट सुन्द्रियाल उपस्थित थे।