टूटे रास्तों व नालों को पार कर आपदा प्रभावितों के लिए राहत सामग्री लेकर पहुंची टीम एलडीआरएफ
प्रभावित परिवारों की महिलाओं से राखियां भी बंधवायी।
गोपेश्वर (चमोली)। टूटे रास्तों और उफनते नालों को पार करते हुए जान जोखिम में डालकर रविवार को स्थानीय युवाओं की ओर से तैयार की गई लोकल डिजास्टर रिलिफ फोर्स के सदस्य अतिवृष्टि प्रभावित दशोली विकास खंड के कौंज पौथनी ग्राम पंचायत पहुंचें। जहां उन्होंने 40 प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री बांटी। तथा प्रभावित परिवारों की महिलाओं से राखी भी बंधवायी।
बीते 13 अगस्त की रात्रि को चमोली जिले के कौंज पौथनी ओर पीपलकोटी में अतिवृष्टि के कारण भारी तबाही हो गई थी। कौंज पौथनी में तो आने जाने के सारे रास्ते ही बंद हो गये थे जिससे ग्रामीण गांव में ही फंस कर रह गये थे। सात दिनों तक तो प्रशासन भी अपनी पहुंच गांव तक नहीं बना पाया था। अभी भी ग्रामीण अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है। इन गांवों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए स्थानीय युवाओं की ओर से तैयार की गई लोकल डिजास्टर रिलिफ फोर्स के सदस्यों ने रविवार को नैणी, काणा, खण्डरा, ग्यलनचना गांव के 40 परिवारों को राहत सामग्री लेकर टूटे हुए रास्तों और नालों को पार कर अपने कंधे पर सामग्री लाद कर गांव तक पहुंचायी और प्रभावितों को बांटी साथ ही प्रभावित परिवार की महिलाओं से अपने हाथों में रक्षा सूत्र भी बंधवाये। एलडीआरएफ टीम के सदस्य अंकोेला पुरोहित, सुरेंद्र रावत, अमित ठाकूर ने बताया कि प्रथम फेज में कौंज पोथनी के तोक गांव में राहत सामग्री पहुंचा दी गई है और अब दूसरे फेज में पीपलकोटी क्षेत्र के प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की जायेगी। उन्होंने बताया कि लोगों की ओर प्रभावित परिवारों की मदद के लिए गोपेश्वर के व्यापार मंडल के साथ ही स्थानीय लोगों ने भी काफी मदद की है। गांव तक सामग्री पहुंचाने वालों में अमित ठाकूर, विपिन कंडारी, सुरेंद्र रावत, अंकोला पुरोहित, अजय कंडारी, दीपक रतूडी, दीपक बिष्ट, देवेंद्र गौड़, प्रकाश नेगी आदि शामिल थे।