VIDEO: मंत्री सतपाल महाराज की दो टूक, ‘मैं सीधे एक्शन लूँगा, फिर मत कहना, साहब मेरे बीबी-बच्चों का क्या होगा..’

VIDEO: मंत्री सतपाल महाराज की दो टूक, ‘मैं सीधे एक्शन लूँगा, फिर मत कहना, साहब मेरे बीबी-बच्चों का क्या होगा..’

देहरादून: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने एक बार फिर अधिकारियों के पेच कसे. उन्होंने दो टूक कहा कि, अगर कोई अधिकारी अपना कार्य ठीक ढंग से नहीं करता है तो वह परिणाम भुगतने के लिए भी तैयार रहे. सतपाल महाराज बदरी केदार मंदिर समिति की बैठक में अधिकारियों पर जमकर बिफरे. उन्होंने कहा कि, चारधाम यात्रा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. जो भी अधिकारी-कर्मचारी आदेशों की अवहेलना करेगा उसके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज की जायेगी.

दरअसल चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त करने और श्री बदरीनाथ श्री केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुद्धवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने देहरादून कैनाल रोड स्थित मंदिर समिति के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों और अधिकारियों को से कहा कि इस बार चारधाम यात्रा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. दो लाख से अधिक यात्री अभी तक अपना पंजीकरण करवा चुके हैं. इसलिए हमें दिन-रात काम करना पड़ सकता है. उन्होने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अपने से वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का शत प्रतिशत पालन करें.

वहीं इस दौरान समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंत्री के सामने अधिकारियों की कार्यप्रणाली की शिकायत की. जिस पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अधिकारियों पर जमकर भड़क गए. महाराज ने कहा कि अगर काम करना सीखना है तो रेलवे निगम के अधिकारियों से सीखें, जहां कभी हड़ताल नहीं होती. वहां कर्मचारी इंतजार करता है कि जब तक रिलीवर नहीं आ जाता, तब तक वह कर्मचारी अपना काम करता रहता है. महाराज ने अधिकारियों को कहा कि, चारधाम यात्रा प्रदेश की साख का सवाल है. अगर इस साख पर किसी ने बट्टा लगाने की कोशिश की और अपने कार्य में कोई हीलाहवाली करता नजर आया तो उस पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है. अगर उसके बाद किसी ने कहा कि मेरे बच्चे कैसे रहेंगे तो बिल्कुल भी दया नहीं की जाएगी. महाराज ने कहा कि समिति के अध्यक्ष और उपाध्याय की बातों की अनदेखी अधिकारियों को भारी पड़ सकती है.

महाराज ने कहा कि हमें लोगों की बातों को सुनना है, मोबाइल फोन उठना है और यदि किसी कारणवश हम फोन नहीं उठा सके तो वापस कॉल करना है. इसी प्रकार कुछ प्रमुख बातों को हमें ध्यान में रखना होगा ताकि हमारी यात्रा ठीक से संपन्न हो सके. उन्होंने कहा कि मैं आगे भी इस प्रकार का औचक निरीक्षण करूंगा और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि दाखिल की जाएगी.

इस दौरान श्री बदरीनाथ श्री केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, सदस्य पुष्कर जोशी भी मौजूद थे.