उत्तराखंड: डॉ निधि उनियाल मामले में सीएम धामी का बड़ा आदेश; आईएएस ने अपनी पत्नी की महिला डॉक्टर से नोकझोंक के बाद किया था ट्रांसफर!
- सीएम ने दिए डॉ निधि उनियाल का स्थानांतरण स्थगित करने के निर्देश।
- प्रकरण की जांच हेतु कमेटी बनाने के भी निर्देश।
- स्वाभिमान की लड़ाई में उत्तराखंड की बेटी के साथ पूरा प्रदेश- ‘बंधुआ मजदूर नहीं कर्मचारी’
देहरादून: डॉ निधि उनियाल एवं स्वास्थ्य सचिव प्रकरण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा आदेश देते हुए मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। सीएम ने तत्काल प्रभाव से डॉ निधि उनियाल के स्थानांतरण को स्थगित करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रकरण की जांच हेतु कमेटी बनाने के भी निर्देश दे दिए। मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री आवास में मिलकर प्रकरण से अवगत कराया था।
जानिए क्या है पूरा मामला..

डॉ. निधि उनियाल राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वरिष्ठ फिजिशियन एवं एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्होंने बताया कि, गुरुवार को वह अस्पताल में अपनी ओपीडी में मरीजों को देख रही थीं। इसी दौरान अस्पताल प्रशासन ने उन्हें स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज पांडेय की पत्नी की तबीयत जांचने उनके घर जाने के लिए कहा। मरीजों की भीड़ देखते हुए एक बार डॉ. निधि ने असमर्थता भी जताई, लेकिन अस्पताल प्रशासन के दबाव में बाद में वह दो अन्य कर्मिको के साथ उनके घर चले गए। सचिव की पत्नी की जांच करने के बाद डॉक्टर ने जरूरी परामर्श दिया। उसके बाद डॉ. निधि ने ब्लड प्रेशर जांचने की भी बात कही। डॉ. निधि ने बताया कि बीपी इंस्ट्रूमेंट बाहर कार में छूट गया था, जिसे लेने उन्होंने स्टाफ को भेजा। आरोप है कि इस पर सचिव की पत्नी नाराज हो गईं और मोबाइल फोन पर बात करते हुए डॉक्टर के बारे में गलत शब्दों का इस्तेमाल किया।
बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच काफी बहस हुई। डॉ. निधि उनियाल इस पर आपत्ति जताते हुए अपने स्टाफ के साथ अस्पताल लौट गईं। डॉ. निधि ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सचिव की पत्नी से माफी मांगने के लिए कहा। डॉ. निधि ने कहा उनकी कोई गलती नहीं है तो वह क्यों माफी मांगें। इसके बाद डॉ. निधि मेडिकल कॉलेज में क्लास में पढ़ाने चली गईं।
इधर विवाद के बीच स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडेय ने उन्हें तत्काल सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान व शोध संस्थान अल्मोड़ा जॉइन करने के आदेश जारी कर दिए। उधर विवाद के बाद डाक्टर निधि उनियाल ने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में डॉ. निधि उनियाल ने कहा कि वह एक क्वालीफाइड डॉक्टर हैं। वे देश के कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में रह चुकी हैं। पहले तो सरकारी अस्पताल में मरीजों को छोड़कर किसी के घर पर जाकर देखना उनका कार्य नहीं है। इसके बावजूद वह अस्पताल प्रशासन के कहने पर सचिव की पत्नी को देखने उनके घर गईं। डॉ. निधि ने आरोप लगाया कि वहां उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया, जिसका विरोध करने पर उनका तबादला किया गया है। घटना के बाद चिकित्सकों में रोष व्याप्त है। वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग डॉ निधि उनियाल के समर्थन में उतर आए हैं।