उत्तराखंड का लाल शहीद, 03 साल की बेटी का एडमिशन कर जल्द लौटने का किया था वायदा, तिरंगे में लिपटकर पहुंचेगा पार्थिव शरीर

पिथौरागढ़: लोकपर्व घी त्यार (त्योहार) के ठीक एक दिन पहले उत्तराखंड के जवान की शहादत की खबर से गांव में शोक छा गया। जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास चंदनवाणी में हुए आइटीबीपी बस हादसे में पिथौरागढ़ के भुरमुनी गांव निवासी जवान दिनेश सिंह बोहरा शहीद हो गया है। शहादत की सूचना मिलते ही घर कर कोहराम मचा है और गांव में शोक व्याप्त है।
शहीद दिनेश सिंह बोहरा आईटीबीपी की चौथी बटालियन में 14 साल से तैनात थे। वह इन दिनों अमरनाथ यात्रा में तैनात थे। शहीद दिनेश की 07 साल पहले शादी हुई थी। उनकी 03 साल की बेटी है। शहीद दिनेश सिंह 02 महीने पहले ही छुट्टी लेकर घर आए थे। उनकी तीन साल की बेटी को दो महीने पहले ही पिथौरागढ़ शहर के एक स्कूल में प्रवेश दिलाया है। दिनेश की पत्नी बच्ची के साथ नगर में किराये पर कमरा लेकर रहती हैं।
दिनेश अपने घर में सबसे बड़े थे। उनके छोटे भाई राकेश बोरा हल्द्वानी में नर्सिंग अधिकारी हैं। शहादत की सूचना मिलने पर पिता पूरन सिंह बोहरा, मां गीता बोहरा, पत्नी बबीता बोहरा का रो-रोकर बुरा हाल है।
शहीद के गांव में बुधवार होने वाला घी त्यार (त्योहार) महोत्सव की तैयारियां चल रही थीं, सभी ग्रामीण इसमें जुटे हुए थे। लेकिन दुखद समाचार मिलने के बाद हर कोई गम में डूब गया। शहादत की खबर मिलने के बाद गांव में बुधवार को होने वाले महोत्सव को स्थगित कर दिया गया है। साथ ही इस बार गांव में हिलजात्रा का आयोजन भी नहीं किया जाएगा।