कोरोना वायरस से लोगो को बचाने के लिये जंग लड़ रही हैं नारी शक्ति
10-04-2020 12:51:59 By: एडमिनकोटद्वार (गौरव गोदियाल): कोरोना वायरस के संक्रमण ने दुनिया भर में दहशत का माहौल बना दिया है। भारत में संक्रमण से बचाव और इसकी रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है। अधिकतर लोग घरों में हैं। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुडे लोग ही अपनी जान जोखिम में डालते हुए बाहर निकल रहे हैं। कोरोना की इस जंग में पुरूषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर मोर्चा ले रही हैं।
कई नारी शक्ती पिछले एक महीने तो कोई पन्द्रह दिनों से दिन-रात अपना फर्ज को अंजाम देने में जुटी हुई हैं। परिवार की जिम्मेदारी निभाने के साथ ही चेहरे पर मुस्कान सजाए यह नारी शक्तियां लोगों को इस वायरस के बचाव का संदेश भी दे रही हैं। स्वास्थ्य, नगरनिगम और पुलिस विभाग के साथ ही कई क्षेत्रों में महिलाएं डटकर सेवा भाव से काम कर रही हैं।
खुद से पहले फर्ज निभाती है ये महिला
रचना, महिला उप निरीक्षक
कोरोना महामारी के चलते दो माह से घर जाना नहीं हो पा रहा है। विकासनगर, देहरादून में परिवार वाले चिंतित रहते हैं। खुद से पहले फर्ज निभाना है बोलकर फोन के जरिए उन्हें समझाती रहती हूं।
रचना, महिला उप निरीक्षक
दीक्षा सैनी, महिला उपनिरीक्षक
जिस मकसद से मुझे नौकरी में रखा गया है, उस पर खरा उतरने को जी-जान से जुटी हुई हूं। इस समय जनता को पुलिस के सहयोग की जरूरत है। खुद को जनता की सेवा में समर्पित कर दिया है। परिवार से लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहने को कह दिया है।
दीक्षा सैनी, महिला उप निरीक्षक
मुझे जो जिम्मेदारी दी जाती है, उसे बखूबी निभाती हूं। कोरोना महामारी संकट की घड़ी में बाहर से गांवों में आने वाले लोगों की जानकारी कर उनकी मेडिकल जांच कराकर उन्हें सुरक्षित करना ही मेरा पहला धर्म है ।
सुमित्रा भट्ट, आशा कार्यकर्ता
डॉ. खुशबू
कोरोना वायरस ऐसी महामारी कभी नहीं देखी। डॉक्टरों को लोग बीमारी व परेशानी में ही याद करते हैं। मुझे सेवा करने का अवसर मिला है उसे मैं पूरे मन से निभा रही हूं।
डॉ. खुशबू
श्रुति नेगी, नर्स
देश संकट में है, इसलिए मैं सिर्फ जनता की सेवा में ही लगी रहती हूं। अपनी सुरक्षा के साथ सभी की सुरक्षा का दायित्व निभाना है। मैंने परिवार से बता दिया है कि जब तक यह महामारी रहे सुरक्षा के प्रति लापरवाही न करें।
श्रुति नेगी, नर्स
अनिता नेगी, ब्लॉक कोर्डिनेटर, दुगड्डा
परिवार की जिम्मेदारी तो सब नारी के पास है किंतु इस समय पूरे विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है । इसलिए सर्वप्रथम देश सेवा है । इस समय कर्त्तव्यनिष्ठा से अपनी ड्यूटी करना ही देश सेवा है । मैने घर के सभी सदस्यों को बता रखा है कि घर पर ही रहे, सुरक्षित रहे । परिवार जनों ने भी मेरा हौसला बढाया है ।
अनिता नेगी, ब्लॉक कोर्डिनेटर, दुगड्डा
अंकिता, महिला कॉन्स्टेबल
इस समय सभी को पुलिस की आवश्यकता है । पुलिस हर सम्भव असहाय व गरीब लोगों की यथासम्भव मदद कर रही है । मेरे परिजनो के फोन आते है जिन्हें कि मैं समझा बुझा देती हूँ । परिवार के सदस्य भी आमजन की सेवा व देशसेवा के लिए बोलते है व अपना ध्यान रखने की बात कहते है ।
अंकिता, महिला कॉन्स्टेबल
संगीता, पर्यावरण मित्र
परिवार की जिम्मेदारी के साथ - साथ शहर की सफाई की जिम्मेदारी भी हमारे कंधो में है । कोरोना महामारी में परिवार से पहले अपना शहर व शहरवासी है । हम सभी पूरी निष्ठा से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे है ।
संगीता, पर्यावरण मित्र, नगरनिगम कोटद्वार